Bihar Heavy Rain: नेपाल में जारी भीषण बारिश से बिहार पर बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है. कोसी बराज से बीते 48 घंटे से लगातार डेढ़ लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी का डिस्चार्ज किया जा गया है. शुक्रवार (14 जुलाई) की रात 10 बजे से इस साल का सर्वाधिक एक लाख 66 हजार 465 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज रिकॉर्ड किया गया है. जबकि शनिवार (15 जुलाई) को रात 12 बजे कोशी नदी का डिस्चार्ज एक लाख 51 हजार 880 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया. जिसके बाद कोसी तटबंध के अंदर के इलाकों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं.

 


सुपौल जिले के कोसी तटबंध के भीतर सदर प्रखंड के चकला गांव के वार्ड 07 में बाढ़ का पानी घुस जाने से यहां रह रहे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. चकला गांव के मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से एक रास्ता कट चूका है, जबकि दूसरा रास्ता कटने की कगार पर है. ऐसे में गांव में रह रहे 100 से ज्यादा परिवार का आवागमन पूरी तरह से ठप होने की आशंका है. बाढ़ की वजह से इलाके में रह रहे लोग परेशान हैं. ज़ी मीडिया ने संवाददाता ने ग्राउंड रिपोर्ट पहुंच कर जायजा लिया. बाढ़ पीड़ित लोगों ने सरकार से ध्यान देने की मांग की है.

 


 

वीरपुर मुख्यालय स्थित कौशिकी भवन के चीफ इंजीनियर के बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी अनुसार नदी के दोनों ही तटबंध अपने सभी स्पर और अवयवों के साथ सुरक्षित हैं. अभियंताओं और कर्मियों की सतत निगरानी और चौकसी जारी है. बता दें कि कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ-साथ जब नदी का जलस्तर डेढ़ लाख क्यूसेक को पार कर जाता है, तो कोसी बराज के मुख्य द्वार के ऊपर लगे झंडे के ठीक बगल में और ऊपर लाल बत्ती लगी हुई है. बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर इसे जलाकर लोगों को सतर्क किया जाता है. इस लाल बत्ती को खतरे का संकेत माना जाता है. 

 

रिपोर्ट- मोहन प्रकाश