सुपौल:Bihar Crime: सुपौल में मां की ममता को कलंकित करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक निर्दई मां ने अपनी चार माह की बेटी को नहर के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया. गनीमत थी की बच्ची के रोने की आवाज पर आसपास के लोग वहां पहुंचकर बच्ची को कब्जे में लेकर चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया है. पूरा मामला सुपौल जिले के रतनपुरा थाना क्षेत्र के भगवानपुर पंचायत वार्ड 12 समदा की है. जहां खेत में काम करने गई महिला को जब नहर किनारे एक सुनसान झाड़ी से बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी तो भूत की आशंका से डर कर महिला गांव में भागकर आई और झाड़ी में बच्चे की रोने की बात बताई.


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गांव की महिलाएं और पुरुष का झुंड जब वहां पहुंचा तो झाड़ी में बच्चे को रोते देखा गया. स्थानीय लोगों के सहयोग से बच्चे को निकाल स्थानीय रतनपुर थाना और चाइल्ड लाइन सुपौल को सूचना दी गयी. स्थानीय थाना और चाइल्ड लाइन सुपौल की टीम समदा पहुंचकर करीब चार माह की उस बच्ची को अपने कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है. वहीं बच्ची मिलने की चर्चा सुनकर लोगों की भारी भीड़ वहां जमा हो गई. कुछ ग्रामीणों ने बच्ची की पहचान भी की और कहा यह बच्ची गांव के ही एक व्यक्ति का है. जो बाहर दूसरे प्रदेश में मजदूरी करता है.


इधर उसकी पत्नी देवर के साथ प्रेम प्रसंग में फंसकर बच्ची को झाड़ियों में फेंक फरार हो गई है. ग्रामीणों ने कहा कि देवर के प्रेम में उस महिला ने अपनी 4 महीने की बच्ची को नहर के झाड़ी फेंक प्रेमी देवर संग फरार हो गयी है. फिलहाल चाइल्ड लाइन सुपौल की टीम ने बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया है और कहा कि 90 दिनों तक परिजन द्वारा दावा नहीं की जाती है तो इस बच्चा को लिगली स्वतंत्र किया जाएगा. जो ऑनलाइन आवेदन किया होगा गोद लेने के लिए तो उनके गोद मे बच्चे दे दी जाएगी.


इनपुट- सुभाष चंद्रा


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