Life imprisonment: बिहार के पूर्णिया में डबल हत्याकांड में 9 साल के बाद अदालत का फैसला आया है. इस दोहरे हत्याकांड में अदालत ने 35 लोगों को उम्कैद की सजा सुनाई है. इसके साथ ही अदालत की तरफ से इन लोगों पर अलग-अलग धाराओं में 13-13 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


अदालत की तरफ से इस दोहरे हत्याकांड में 16 लोगों की गवाही को कलमबंद किया गया. फिर दोनों पक्षों की दलील को सुनने के बाद अदालत की तरफ से यह फैसला सुनाया गया. इस पूरे मामले में कुल 40 लोगों के खिलाफ मुकदमा चल रहा था. इसमें से 9 साल के अंतराल में कुछ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि अदालत में 35 लोगों के खिलाफ ट्रायल चला. 


ये भी पढ़ें- ना खरगे , ना राहुल विपक्ष की बैठक में आखिर कौन होगा शामिल? कांग्रेस ने कर दिया खेला!


बता दें कि जमीन के विवाद में पूर्णिया के केनगर थानाक्षेत्र में यह दोहरी हत्याकांड की घटना घटी थी. जहां के बेगमबाड़ी निवासी जमीरुद्दीन और भतीजे मसदर आलम की हत्या कर दी गई थी. इसको लेकर 2013 की 30 जनवरी को थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसमें मृतक के पुत्र द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि उनके पिता घर पर बैठे थे. उसी समय सभी नामजद आरोपी लाठी, डंडा और धारदार हथियार लिए उसके घर पहुंच गए और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी. 


जिसमें जकीर के पिता जमरुद्दीन बुरी तरह जख्मी हो गए. उसके बाद उनको बचाने पहुंचे परिवार के अन्य सदस्यों पर भी जानलेवा हमला हुआ. जिसमें मसदर आलम भी बुरी तरह जख्मी हो गया. इलाज के दौरान दोनों की जान चली गई. पुलिस ने तब इस मामले में 45 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इस मामले में जिनको सजा सुनाई गई है वह सभी आरोपी केनगर थानाक्षेत्र के बेगमपुर गांव के ही रहनेवाले हैं.