Bihar Flood: सांसद हो तो पप्पू यादव जैसा, बाढ़ पीड़ितों के लिए खोला खजाना, हर परिवार को साड़ी, लुंगी और 1000 रुपये का मरहम
Bihar Flood: पीड़ितों और शोषितों की मदद को लेकर जो जज्बा पप्पू यादव दिखाते हैं, वैसा जज्बा अगर सभी सांसद और विधायक दिखाने लगें तो पीड़ितों के जख्म पर मरहज क्या पूरा का पूरा प्लास्टर चढ़ जाएगा. पप्पू यादव को देखकर भी सांसद और विधायक सीख नहीं लेते.
Bihar Flood: पीड़ित चाहे कोई भी हों, कहीं के भी हों, पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव हर वक्त मदद के लिए खड़े नजर आते हैं. पहले की तरह इस बार भी बाढ़ पीड़ितों को मरहम लगाने का काम पप्पू यादव ने किया है. पप्पू यादव ने पूर्णिया जिला और किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के अमौर प्रखंड अंतर्गत नितेंद्र पंचायत एवं आमगाछी पंचायत के गांव नितेंद्र, बालूगंज, कंहारिया, तेरदाही, रहीका टोल, मचहत्ता, कोल्हा, सीमारिया, लरहिया लाल टोली और रंगरैया लालटोली पंचायत के पलसा चौक, छोटी लाल टोली, बड़ी लाल टोली और उसके बाद अमौर नगर परिषद के विभिन्न गांवों सहित प्रखंड मुख्यालय में जाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया.
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साथ ही अमौर प्रखंड के सभी पंचायत सहित सभी गांवों में सांसद पप्पू यादव ने हजारों से अधिक साड़ी और लुंगी के अलावा 1 लाख रुपये नगद बांटे. उन्होंने प्रत्येक पीड़ित परिवार को एक-एक हज़ार रुपया दिये और सूखा राशन सामग्री का भी वितरण किया. सांसद ने बायसी SDO और अमौर BDO, CO के अलावा वरिष्ठ पदाधिकारियों से पूर्णिया ज़िले के अमौर प्रखंड को फसल क्षति पूर्ति सहित बाढ़ग्रस्त घोषित करने की मांग की.
इससे पहले पप्पू यादव ने बाढ़ पीड़ितों के लिए व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार की सरकार पर सवाल खड़े किए थे. पूर्णिया में एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए पप्पू यादव ने कहा था कि सरकार ने बाढ़ पीड़ितों को 7000-7000 रुपये दिए जाएंगे पर अभी तक कितनों को यह राशि मिली? पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि अभी एक भी कम्युनिटी किचन नहीं चल रहा है. बाढ़ से राज्य के 32 लाख लोग प्रभावित हैं, जबकि सरकार उसे 17 लाख बता रही है. मवेशी नदी में बह गए जो किसानों की जीविका के साधन थे. केंद्र सरकार की ओर से बाढ़ से निपटने के लिए दी गई राशि का क्या हुआ? उन्होंने सरकार से हर परिवार को 2 लाख रुपये मदद देने की मांग की.
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सुपौल में पप्पू यादव ने सवाल उठाते हुए पूछा था कि जब साल भर कोसी में एंटी रोजन का काम होता है तो फिर फ्लड फाइटिंग के नाम पर करोड़ों अरबों रुपए कहां जाते हैं. पप्पू यादव ने इसकी जांच की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि हाई डैम जरूरी है और इसको लेकर हमने संसद में कई बार सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि बांध के निर्माण की राशि की बंदरबांट किसने की, इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि स्पर लंबी होनी चाहिए, बांध ऊंचा होना चाहिए, तभी बच सकते हैं.