गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत जमुआ थाने में गुजरात के एक शख्स से पांच करोड़ रुपए कैश की लूट की एफआईआर दर्ज हुई है. मयूर सिंह नामक जिस शख्स ने एफआईआर दर्ज कराई है, उसके अनुसार उसने पटना की एक कंपनी से यह कैश रिसीव किया था और उसे कोलकाता पहुंचाने का जिम्मा लिया था.


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उसने जमुआ थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा है कि टीकामगहा गांव के आगे एक स्कॉर्पियो पर सवार पांच लोगों ने उसकी क्रेटा कार को घेर लिया और उसे वहीं उतारकर कैश सहित उसकी कार लेकर भाग गए. पुलिस ने इस मामले में आयकर विभाग को सूचना दी है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि यह रकम किसी हवाला रैकेट से संबंधित हो सकती है.


 



घटना बीते 21 जून की ही है, जिसकी एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस गोपनीय तरीके से जांच कर रही थी.आयकर विभाग को सूचना दिए जाने के बाद यह मामला सार्वजनिक हुआ.


मयूर सिंह ने पुलिस को की गई शिकायत में बताया है कि वह गुजरात में टेक्नीशियन की नौकरी करता है. काम के दौरान उसकी जान-पहचान गोविंद सोलंकी नामक व्यक्ति से हुई. उसने मयूर को बेहतर जॉब दिलाने का वादा कर पहले दिल्ली और फिर कानपुर बुलाया. कानपुर में उसकी मुलाकात जगत सिंह जडेजा नामक व्यक्ति से कराई गई. जडेजा गुजरात के रहने वाले हैं. मयूर के मुताबिक जडेजा उसे अपने साथ क्रेटा कार में लेकर पटना आए. जडेजा के कहने पर उसने पटना की डीवाई नामक एक कंपनी से पांच करोड़ कैश रिसीव किए.


उसे कहा गया कि यह रकम उसे क्रेटा कार से कोलकाता पहुंचाना है. कार पर जगत और वह दोनों कोलकाता के लिए निकले. रास्ते में गिरिडीह जिले के जमुआ थाना अंतर्गत टीकामगहा गांव के पास गाड़ी में पेट्रोल डलवाकर जैसे ही आगे बढ़े, एक स्कॉर्पियो ने ओवरटेक कर उन्हें रोका. स्कॉर्पियो पर पांच लोग थे. उन्होंने जान मारने की धमकी देकर उन दोनों को नीचे उतार दिया और उनकी गाड़ी लेकर भाग गए.


मयूर ने शिकायत में कहा है कि सुबह में उनकी कार एक होटल के पास खड़ी मिली. लूट की इस कहानी को पुलिस संदिग्ध मान रही है. मयूर को पांच करोड़ कैश दिलवाने वाले जगत अब तक पुलिस के सामने नहीं आए हैं. यही नहीं, उसने जिस डीवाई कंपनी से कैश रिसीव करने की बात कही है, पुलिस उस पते पर भी पहुंची लेकिन वहां किसी कंपनी का पता नहीं चला.


(इनपुट आईएएनएस के साथ)