Ranchi: झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की (Jharkhand Lockdown) सख्ती 13 मई के बजाय 16 मई से लागू किये जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर है. बीजेपी (BJP) राज्य सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगा रही है तो सत्ताधारी दल ने बीजेपी पर ध्रुवीकरण का आरोप लगाया है.


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बीजेपी ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को 27 मई तक बढ़ाने और नई पाबंदी को 13 से कंटीन्यू करने के बजाय 17 तारीख से सख्त पाबंदी लगाने पर राज्य सरकार पर जम कर एक बार फिर हमला बोला है. 


बीजेपी के पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सच्चाई छुप नहीं सकती है. पर्दे के पीछे से जो काम राज्य सरकार कर रही है उसे स्पष्ट करना चाहिए कि एक धर्म समुदाय के लोगों का पर्व है, इसलिए दो तीन दिन का छूट उन्हें दिया गया है. किसी को क्या आपत्ति होगी, आप उन्हें छूट दें. 


उन्होंने कहा कि सरकार पर्दे के पीछे से यह खेल करने के बजाय खुला खेल खेले यह राज्य सरकार को मेरी सलाह है. इसके साथ ही बीजेपी नेता ने राज्य सरकार पर ध्रुवीकरण का आरोप लगाया. 
बीजेपी नेता के इस बयान पर झारखंड सरकार के पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि बीजेपी की पोल अब खुल चुकी है.


देशवासी अब अच्छी तरह समझ चुके हैं ये सिर्फ ध्रुवीकरण की राजनीति कर सत्ता हथियाना जानते हैं. इसके अलावे  इनको देश और राज्य हित से कोई लेना देना नहीं है. आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता बचकाना बयान दे रहे हैं. हर चीज को राजनीति से जोड़ देना उचित नहीं है. कमरे के अंदर ये लोग सरकार के हर कदम का साथ देने की बात करते हैं और कमरे के बाहर इस तरह की बात करते हैं. 


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उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कौन सा गलत फैसला लिया है. क्या चाहते थे भाजपा के लोग कि इनके पीएम की तरह एक दिन में लॉक डाउन की घोषणा कर लोगों को सड़कों पर मरने के लिए छोड़ दें.


सरकार के मंत्री ने कहा कि हमने ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में किसी तरह की छूट नहीं दी है. कौन तुष्टिकरण करता है और कौन दलगत भावना से ऊपर उठ कर राज्य हित में काम करता है, ये हमें बताने की जरूरत नहीं है. अब बीजेपी के लोगों के बातों में कोई गंभीरता नहीं दिखती है.