चतराः Dengue in Chatra: झारखंड के चतरा में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है. एक सप्ताह में डेंगू से ग्रसित आधे दर्जन मरीजों को चिन्हित किया गया है. चिन्हित मरीजों में 2 का उपचार सदर अस्पताल में और 4 अन्य मरीजों का उपचार निजी क्लीनिक में चल रहा है. 


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हालांकि इस बीमारी से बचाव को लेकर मलेरिया विभाग के द्वारा चिन्हित व्यक्ति के घर के साथ- साथ उसके गांव टोले में डेंगू के लार्वा और प्यूपा को नष्ट करने के लिए टेमोफास नामक केमिकल का छिड़काव कराया जा रहा है. 


इस बाबत मलेरिया विभाग के बीबीडी कंसलटेंट अभिमन्यु कुमार ने बताया कि संक्रमित मरीजों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. जबकि इनका ब्लड सैंपल  जांच के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में इलाजरत सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवान डेंगू पॉजिटिव पाया गया है. जबकि एक अन्य युवक की रिपोर्ट नेगेटिव है. 


उन्होंने आगे बताया कि सभी सीएचसी में दो दो सहिया में प्रत्येक माह में 200 मरीजों की जांच करने का निर्देश दिया गया है. इनकी जांच के आधार पर ही करवानासी केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है.


वहीं दूसरी ओर झारखंड में लंपी वायरस भी अपने पैर पसार रहा है. राज्य के चतरा, गढ़वा, पलामू, लातेहार, साहिबगंज, गोड्डा, दुमका, गुमला, रामगढ़, हजारीबाग में पिछले एक हफ्ते में बड़ी संख्या में पशुओं की मौत हो गई है. विभिन्न जिलों से मिली सूचनाओं के मुताबिक, लगभग एक हजार से ज्यादा मवेशियों की जान चली गई है. सूखे के बाद अब पशुओं में फैली इस बीमारी से किसानों और पशुपालकों के बीच हाहाकार है.


वहीं पशुपालन विभाग ने चतरा, गोड्डा, साहिबगंज, गुमला, लोहरदगा आदि जिलों में बीमार पशुओं में इससे मिलते-जुलते लक्षण पाये गये हैं. इसके बाद सभी जिलों में पशुओं के लिए टीकाकरण का अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन शिकायत मिल रही है कि पर्याप्त संख्या में टीकों की उपलब्धता नहीं है. इस वायरस के खतरे को देखते हुए विभाग के उच्चाधिकारियों ने सभी जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
इनपुट- धर्मेन्द्र पाठक


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