Ranchi: देश के कई राज्यों में इस समय बारिश की वजह से हाहाकार मचा हुआ है. लगातार हो रही बारिश की वजह से कई राज्यों में बाढ़ आ गई है. हालांकि इसके बाद भी झारखंड में बारिश की कमी वजह से किसानों के सामने मुसीबत खड़ी हो रही है. कम बारिश की वजह से धान की खेती में दिक्कत हो रही है. इसी कड़ी में सरकार ने सुखाड़ की आहट के बीच अपनी कमर कस ली है. 


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इसी बीच बादल पत्रलेख, कृषि मंत्री राजधानी ने रांची के नेपाल हाउस स्थित एनआईसी सभागार में कृषि विभाग के पदाधिकारियों के साथ राज्य में हुए अब तक के वर्षापात, आच्छादन एवं वैकल्पिक फसल योजना को लेकर कांफ्रेंसिंग के माध्यम समीक्षा बैठक की. इस दौरान सभी जिला कृषि पदाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश दिया गया कि अगले 3 दिन के अंदर कृषि से जुड़ी योजनाओं के सभी वैकल्पिक प्लान की रूपरेखा विभाग को भेजें. साथ ही बीज वितरण के कार्य को भी इन 3 दिनों में पूरा किया जाए.


 



कृषि मंत्री ने कहा कि अभी तक राज्य में सामान्य से 52% कम वर्षा हुई है जो कृषि के लिहाज से काफी निराशाजनक है. उन्होंने कहा कि हमारे पास 15 अगस्त तक प्लांटेशन का समय है. इसके बाद ही सुखाड़ की स्थिति को लेकर फाइनल रिपोर्ट आएगी लेकिन वैसी विकट परिस्थिति के लिए हम सभी को विभागीय स्तर पर किसानों के हित में कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने सभी जिला कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य की सभी पंचायतों पर फोकस करें और जनसेवक एटीएम बीटीएम और कृषि मित्रों के साथ बैठक कर वैकल्पिक फसल का सुत्रण करें.