Alamgir Alam Jharkhand News: राजधानी रांची में झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री के पीएस के नौकर के घर से करोड़ों रुपये बरामगदी और टेंडर में कमीशन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया था. कोर्ट ने ईडी को 6 दिनों के रिमांड की मंजूरी भी दे दी है. रिमांड की अवधि आज से शुरू हो चुकी है. शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय लाया गया, जहां पर पहले से ही मौजूद मेडिकल टीम ने सबसे पहले उनका मेडिकल चेकअप किया. उसके बाद ईडी की टीम ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी.


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एक दिन पहले ईडी ने आरोप लगाया था कि आलमगीर आलम के सचिव के नौकर के घर से मिली नकदी के तार उनसे भी जुड़े हैं. ईडी ने तो यह भी आरोप लगाया कि विभाग में मंत्री आलमगीर आलम को हर टेंडर में 1.5 प्रतिशत का फिक्स कमीशन मिलता था. 


पाकुड़ सीट से विधायक आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर पर 6 मई को छापेमारी कर 32.2 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे. इस दौरान कुल 37.5 करोड़ रुपये की जब्ती की गई थी. ईडी ने कोर्ट को जानकारी दी है कि जहांगीर आलम के घर से मिली नकदी के तार मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े हैं और पीएस संजीव लाल के निर्देश पर जहांगीर ने इस नकदी को इकट्ठा किया था. ये लोग आलमगीर आलम के लिए ऐसा कर रहे थे.


ईडी ने कहा, पिछले साल ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम को गिरफ्तार किया गया था. वीरेंद्र राम टेंडर अलॉटमेंट के मामले में कमीशन इकट्ठा करते थे और उसका 1.5 प्रतिशत हिस्सा मंत्री आलमगीर आलम को जाता था. 


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ईडी ने यह भी जानकारी दी है कि कमीशन को जमा करने की पूरी प्रक्रिया को  मंत्री के विभाग के स्पेशल डिविजन और ग्रामीण कार्य विभाग में तैनात सहायक इंजीनियरों की ओर से अंजाम दिया जाता था. ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि सितंबर 2022 में मंत्री को एक मामले में 3 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में प्राप्त होते थे.