Lalu Yadav की रिहाई में कोरोना बना `विलेन`, करना पड़ेगा लंबा इंतजार!
कोरोना के बढ़ते हुए मामले की वजह से झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने 25 अप्रैल तक न्यायिक कार्यों पर रोक लगा लगा दी थी. इसके अलावा अब झारखंड स्टेट बार काउंसिल मीटिंग के बाद आगे का फैसला लेंगी.
Ranchi: कोरोना की दूसरी लहर की वजह से रिकॉर्ड मामले दर्ज किये जा रहे हैं. कोरोना के बढ़ते हुए मामले की वजह से झारखंड स्टेट बार काउंसिल ने 25 अप्रैल तक न्यायिक कार्यों पर रोक लगा लगा दी थी. इसके अलावा अब झारखंड स्टेट बार काउंसिल मीटिंग के बाद आगे का फैसला लेंगी. ऐसे में अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जमानत पर पेंच फंस गया है.
लालू यादव को जेल से बाहर निकलने के लिए अभी भी कई प्रक्रियों से गुजरना हैं. ऐसे अगर न्यायिक कार्यों पर रोक लगा दी गई तो उनकी जमानत पर पेंच फंस सकता है. ऐसे में अब झारखंड स्टेट बार काउंसिल की बैठक के बाद ही कुछ फैसला निकल कर बाहर आएगा.
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बता दें कि झारखंड उच्च न्यायालय ने 17 अप्रैल को चारा घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को जमानत दी थी. जिसके बाद उनके जेल से बाहर आने की उम्मीद बढ़ गई थी. झारखंड उच्च न्यायालय ने आधी सजा पूरी करने के आधार पर लालू प्रसाद यादव को सशर्त जमानत प्रदान की थी.
इस दौरान उन्हें एक लाख के निजी मुचलके का बांड भरना था. इसके अलावा उच्च न्यायालय ने उन्हें निर्देश देते हुए कहा था कि लालू यादव बिना अनुमति के देश से बाहर नहीं जाएंगे और ना ही अपना पता और मोबाइल नंबर बदलेंगे.