IND vs WI: क्या टीम इंडिया अब प्रयोग करना करेगी बंद? कोच राहुल द्रविड़ ने दिया ये जवाब
भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि टीम एक मैच या एक श्रृंखला को लेकर चिंतित नहीं हैं तथा विश्वकप से पहले अन्य खिलाड़ियों को आजमाना जरूरी है.
Ranchi: भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि टीम एक मैच या एक श्रृंखला को लेकर चिंतित नहीं हैं तथा विश्वकप से पहले अन्य खिलाड़ियों को आजमाना जरूरी है. भारतीय टीम प्रबंधन का नियमित कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ तथा पूरी टीम 181 रन पर आउट हो गई. वेस्टइंडीज ने छह विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की.
द्रविड़ ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ हम हमेशा बड़ी तस्वीर पर गौर करेंगे. हमें आगे एशिया कप और विश्वकप में भाग लेना है और इसलिए हमें बड़ी तस्वीर पर गौर करना होगा क्योंकि हम कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने की समस्या से जूझ रहे हैं. हम प्रत्येक मैच या प्रत्येक श्रृंखला को लेकर चिंतित नहीं हो सकते. अगर हम ऐसा करते हैं तो यह गलती होगी.’’
उन्होंने कहा,‘‘ अन्य खिलाड़ियों को मौका देने के लिए विराट और रोहित को विश्राम दिया गया. हमें इस तरह के जोखिम लेने होंगे. बड़ी प्रतियोगिताओं को देखते हुए इस तरह की परिस्थितियों में हम इस तरह के मौके ले सकते हैं. हम उन्हें (युवा खिलाड़ियों को) जितना संभव हो उतने मौके देना चाहते हैं.’’
द्रविड़ ने कहा कि कुछ खिलाड़ी चोटिल होने के कारण बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में हैं और इसे देखते हुए टीम प्रबंधन के लिए एशिया कप (30 अगस्त-17 सितंबर) और विश्व कप (अक्टूबर-नवंबर) से पहले टीम के अन्य खिलाड़ियों को मौका देना जरूरी है.
उन्होंने कहा,‘‘ ईमानदारी से कहूं तो यह हमारे पास अन्य खिलाड़ियों को आजमाने का आखरी मौका है. हमारे कुछ खिलाड़ी चोटिल है और अभी एनसीए में हैं. एशिया कप में अब केवल एक महीने का समय बचा है. हमारे पास समय कम है हमें उम्मीद है कि कुछ चोटिल खिलाड़ी एशिया कप और विश्वकप तक फिट हो जाएंगे लेकिन हम किसी तरह का जोखिम नहीं उठा सकते हैं.’’
(इनपुट भाषा के साथ)