Ranchi: बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव की अगुआई में स्पिन तिकड़ी ने आठ विकेट चटकाए जिससे भारत ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मंगलवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हराकर तीन मैच की श्रृंखला 2-1 से जीत ली.


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आसानी से जीता मुकाबला


दक्षिण अफ्रीका के 100 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (57 गेंद में 49 रन, आठ चौके) की उम्दा पारी से 19.1 ओवर में ही तीन विकेट पर 105 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया. श्रेयस अय्यर ने नाबाद 23 गेंद में नाबाद 28 रन बनाए. उन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और दो छक्के मारे. गेंद शेष रहने के लिहाज से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह भारत की सबसे बड़ी जीत है. 


मेजबान टीम ने 185 गेंद शेष रहते जीत दर्ज की जबकि इससे पहले चार फरवरी 2018 को सेंचुरियन में उसने इस टीम को 177 गेंद शेष रहते हराया था. भारत की इस साल यह 38वीं अंतरराष्ट्रीय (सभी प्रारूपों में) जीत है. उसने एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक जीत के ऑस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड की बराबरी की, जिसने 2003 में यह उपलब्धि हासिल की थी. भारत ने इसके साथ ही इस साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में एकदिवसीय श्रृंखला में 0-3 की हार का बदला भी चुक्ता कर लिया. 


कुलदीप और सुंदर ने दिखाया दम


कुलदीप (4.1 ओवर में 18 रन पर चार विकेट), ऑफ स्पिनर वाशिंगटन संदर (चार ओवर में 15 रन पर दो विकेट) और बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज अहमद (सात ओवर में 32 रन पर दो विकेट) की बलखाती गेंदों के सामने दक्षिण अफ्रीका की टीम 99 रन पर सिमट गई जो भारतीय सरजमीं पर उसका सबसे कम स्कोर है. स्पिन तिकड़ी ने मिलकर 15.1 ओवर में 65 रन देकर आठ विकेट चटकाए. 


तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने भी पांच ओवर में 17 रन देकर दो विकेट हासिल किए. दक्षिण अफ्रीका की ओर से हेनरिक क्लासेन (34) शीर्ष स्कोर रहे. उनके अलावा सलामी बल्लेबाज जानेमन मलान (15) और मार्को जेनसन (14) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए. दक्षिण अफ्रीका का इस साल यह दूसरा सबसे कम स्कोर है. इससे पहले मैदान गीला होने के कारण मैच आधा घंटा देर से शुरू किया.


(इनपुट भाषा के साथ)