Ranchi: झारखंड में एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों को दिल्ली से रेस्क्यू करके गरीब रथ एक्सप्रेस (Garib Rath Express) से रांची लाया गया. सीडब्लूसी के प्रयास से सभी लड़कियों को दिल्ली में रेस्क्यू किया गया. सभी को राजधानी दिल्ली से रांची लाया गया. सेंट्रल विमेन कमिशन (CWC) टीम इस कार्य मे लगी हुई थी जिसमें उनको बड़ी सफलता मिली है. इसमें 26 लड़के लड़कियां हैं जिन्हें दिल्ली से टीम लेकर रांची पहुंची है.


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झारखंड की बेटियां आखिर कब तक बड़े-बड़े महानगरों में तस्कर होकर भेजी जाती रहेगी. यह कोई पहला मामला नहीं है जब झारखंड की विभिन्न जिलों से पलायन बच्चे को मानव तस्कर (Human Trafficking) अपने चंगुल में फंसाकर बाहर ले जाते हैं और इन से काम कराते हैं. ये सभी बच्चे झारखंड के सुदूरवर्ती इलाके से आते हैं. 


दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर काम कर रहे बच्चे-बच्ची को रेस्क्यू किया गया और फिर दिल्ली से रांची लाया गया. इसमें बोकारो धनबाद गुमला साहेबगंज सिमडेगा पश्चमी सिंहभूम सबसे अधिक साहेबगंज के जिले से है. 10 बच्चियों को शेल्टर होम में रखा जाएगा फिर उन्हें घर भेजा जाएगा.


इसके प्रति  CWC लगातार जागरूकता अभियान भी चला रही है. ऐसे ही पलायन करने वाली बच्ची को बाहर ले जाए जाता है और फिर उनका नाम बदल दिया जाता है. CWC का कहना है कि हम लोग इस ओर प्रयासरत है. झारखंड से बच्चों की तस्करी को कम करने के लिए सरकार भी लगातार प्रयास कर रही है. पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.