रांची : Indian Army Agniveer Bharti: झारखंड में भारतीय थल सेना ने अग्‍न‍िवीरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है. भारतीय सेना ने जिले स्तर पर पूरा शेड्यूल तैयार कर लिया है. पहले चरण में
झारखंड के 24 जिलों अगल-अलग तारीख पर भर्तियां होगी. जानकारी के लिए बता दें कि सेना ने अग्‍न‍िवीर भर्ती रैली का शेड्यूल इंडियन आर्मी की आध‍िकार‍िक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर जारी किया है. सेना में भर्ती के लिए इच्छुक और योग्‍य उम्‍मीदवार आवेदन कर सकते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भर्ती के लिए 1 जुलाई से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन
सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में जिले स्तर पर 1 जुलाई 2022 से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, लेकिन अलग-अलग तारीख को जिले स्तर पर भर्ती होगी. सबसे पहले लोहरदगा, खूंटी, लातेहार, चतरा, गढ़वा, गुमला, हजारीबाग,सरायकेला,सिमडेगा,पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम,चाईबासा,बोकारो, कोडरमा देवघर,दुमका,गोड्डा, पाकुड़ साहेबगंज में भर्ती होगी. सेना ने 25 हजार रिक्तियों पर भर्ती निकाली है सभी इच्छुक उम्मीदवार समय रहते हुए अपनी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर लें.


उम्मीदवार इन तारीख पर रखे अपनी नजर
भर्ती के लिए रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्र‍िया 1 जुलाई 2022 से शुरू हो जाएगी. जिन पदों पर भर्त‍ियां होंगी, उसमें जनरल ड्यूटी, टेक्निकल, क्लर्क, ट्रेड्समैन (10वीं), ‌‌ट्रेड्समैन (8वीं) के पद शामिल हैं. इच्छुक उम्मीदवार सेना द्वारा जारी तारीख पर अपनी नजर जरूर रखें. थल सेना अग्निवीर भर्ती रैली का आयोजन अगस्त के दूसरे सप्ताह में होगा. पहले बैच की लिखित परीक्षा 5 से 22 सितंबर 2022 तक होगी, ट्रेनिंग सेंटर में पहला बैच दिसंबर को रिपोर्ट करेगा. दूसरे  बैच की लिखित परीक्षा का आयोजन जनवरी 2023 में होगा. ट्रेनिंग सेंटर में दूसरा बैच फरवरी 2023 को रिपोर्ट करेगा.


उम्मीदवार यहां करें आवेदन
जानकारी के लिए बता दें कि सेना में भर्ती होने वाले इच्छुक उम्मीदवार इंडियन आर्मी की आधिकारिक वेबसाइट  joinindianarmy.nic.in पर जाकर अपना आवेदन कर सकते है. इसके लिए उम्मीदवार वेबसाइट पर जाकर इंडियन आर्मी अग्निवीर रजिस्ट्रेशन लिखकर सर्च करें. पेज खुलने पर उम्मीदवार अपना फोर्म भरें. जानकारी के लिए बता दें कि रजिस्ट्रेशन की आंतिम तारीख 1 जुलाई है.


ये भी पढ़िए- Flood in Bihar: महानंदा, डोंक, कनकई, मेची और कमला में उफान, कटान तेज होने से ग्रामीण भयभीत