हजारीबाग: झारखंड भाजपा में चल रही गुटबाजी का असर अब राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में भी दिखने लगा है. आज रामगढ़ में आयोजित वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित भाजपा झारखंड के प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेई और केंद्रीय सचिव नरेंद्र सिंह रैना की उपस्थिति में जमकर शोर शराबा हुआ है. ये विवाद सांसद जयंत सिन्हा के पहुंचने के बाद जोर पकड़ा. 


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इस कार्यक्रम में भाजपा के कुछ कार्यकर्ता सांसद के खिलाफ बोल रहे थे. इसी क्रम में कुछ देर से पहुंचे भाजपा सांसद जयंत सिन्हा को लेकर बात शुरु हुई. इसी दौरान मंच से घोषणा की गई कि अब ज्यादा लोगों को संबोधित करने नहीं दिया जाएगा और अतिथि ही कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. 


इस पर पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व हजारीबाग के सांसद यदुनाथ पांडे ने जोरदार विरोध किया. सभा को यदुनाथ पांडे संबोधित करना चाहते थे. लेकिन उनको इग्नोर करते हुए दूसरे वक्ताओं को बोलने को कहा गया. इस पर जयंत सिन्हा और यदुनाथ पांडे के समर्थकों के बीच शोर-शराबा शुरू हो गया. यदुनाथ पांडे ने इशारों इशारों में जमकर सांसद जयंत सिन्हा पर हमला किया. हालांकि सांसद जयंत सिन्हा ने यदुनाथ पांडे के बातों का जवाब नहीं दिया. उन्होंने दो शब्द कहकर अपनी बातों को विराम दे दिया. 


भाजपा झारखंड प्रदेश प्रभारी की उपस्थिति में इस प्रकार के शोर-शराबे को काफी गंभीरता से लिया गया. इस संबंध में पत्रकारों ने झारखंड भाजपा प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई से पूछा कि कार्यक्रम में गुटबाजी चरम पर दिखा. इस पर उन्होंने कहा कि कहीं भी गुटबाजी नजर नहीं आई है. कार्यकर्ताओं ने अपनी दिल की बात कही है. मैंने जो सुना और देखा हूं इसे ऊपर हाईकमान के पास रखूंगा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा का केंद्र में 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित होने वाले महा जनसंपर्क अभियान के तहत संध्या रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के होटल शिवम इन के सभागार में वरिष्ट कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित हुई.