Bokaro: झारखंड बीजेपी (Jharkhand BJP) ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार द्वारा गरीबों के लिए भेजे गए मुफ्त अनाज वितरण की निगरानी भाजपा कार्यकर्ता करें.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके पीछे का यह तर्क दिया गया है कि राज्य सरकार का तंत्र केंद्र द्वारा गरीबों के लिए भेजे जा रहे अनाज में फिर से बंदर-बांट कर सकता है, इसलिए जमीनी स्तर पर बीजेपी कार्यकर्ता निगरानी करेंगे.


बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रदेश पार्टी कार्यालय से मिले निर्देश के बाद सूबे में सियासत तेज हो गई है. बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार राशन भेजने का काम करती है और इसके तहत राज्य सरकार को अलॉटमेंट देती है लेकिन राज्य सरकार द्वारा इसका बंदरबांट कर दिया जाता है. जमीनी स्तर पर राशन दुकान में जितना अनाज देना होता है उतना नहीं दिया जाता है.


बीजेपी विधायक ने कहा  कि कम अनाज मिलने पर भी डर कर कोई आदमी बोलता भी नहीं है.  ऐसे में लोगों तक सही मात्रा में अनाज पहुंचे इसके लिए सरकार ने यह फैसला लिया है. 
उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए 2 महीने का अतिरिक्त अनाज जारी हुआ है वो मिलेगा या नहीं मिलेगा या ऊपर ऊपर ही अधिकारी खा जाएंगे. इस बात की निगरानी पार्टी के सभी नेता करेंगे.
भाजपा नेता ने कहा कि गरीबों का हक कोई न छीन सके, इसके लिए आम लोगों के साथ भाजपा कार्यकर्ता हर राशन दुकान पर मौजूद रहेंगे.  


ये भी पढ़ें- शत्रुघ्न सिन्हा ने CM केजरीवाल की खांसी का उड़ाया मजाक, ट्विटर यूजर्स ने दिया ये जवाब


बीजेपी के इस आदेश पर झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा , ‘विपक्षी पार्टी भाजपा इस तरह का कोई नाटक न करे. उनकी सरकार रही वो जानते हैं एक सिस्टम के तहत ही पीडीएस का काम होता है और डीलर उनका बंटवारा करते हैं.’


मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के समय में तो डीएसओ होते भी नहीं थे, इस सरकार में सभी जिलों में डीएसओ की पोस्टिंग की गई है.मंत्री के अनुसार, जो गड़बड़ियां हुई ,उसको लेकर कार्रवाई भी हुई है. इस तरह का अविश्वास सरकार पर नहीं होना चाहिए. सरकार सिस्टम से चलती हैं. अगर ऐसा करते हैं तो ये अविश्वास है और उन अविश्वास का कोई कारण नहीं है.