Ranchi: कोरोना काल में स्कूल-कॉलेज बंद हैं और जबतक शत प्रतिशत वैक्सीनेशन न हो जाए या फिर पूरी तरह संक्रमण पर नियंत्रण न हो जाए तबतक बच्चों के मामले में सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. ऐसे में झारखंड सरकार अब बच्चों की पढ़ाई को लेकर गंभीर हो गई है और यही वजह है कि कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई के बाद अब झारखंड में रेडियो के जरिए बच्चों की पढ़ाई शुरू की जा रही है.
 
28 जून से पहली बार 9वीं से 12वीं तक के बच्चों की पढ़ाई रेडियो के जरिये करायी जा रही है, रेडियो के मीडियम वेव और एफएम चैनलों पर सुबह और शाम ये पढ़ाई कराई जाएगी. अभी 9वीं से 12वीं तक के बच्चों की पढ़ाई के कंटेंट को तैयार कर लिया गया है. बाद में बाकी बची क्लास के बच्चों को इस माध्यम से जोड़ा जाएगा.
 
इसका प्रसारण रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, डालटेनगंज, हज़ारीबाग और भागलपुर केंद्र से किया जाएगा. चाईबासा और जमशेदपुर में एफएम पर बच्चों के कोर्स मटेरियल का प्रसारण किया जाएगा. राज्य में 40 लाख बच्चों में से अभी मात्र 13 लाख बच्चे ही ऑनलाइन माध्यम से पढ़ायी कर रहे हैं. शेष 27 लाख बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था रेडियो और दूरदर्शन के माध्यम से की जा रही है. शिक्षा विभाग को विश्वास है कि स्मार्ट फोन के अभाव में पढ़ाई से वंचित रहने वाले छात्रों को इससे लाभ मिलेगा.


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इसका प्रसारण रेडियो के रांची केंद्र , हजारीबाग, और चाईबासा केंद्र से सुबह 9:20 बजे, जमशेदपुर केंद्र से 9:30 बजे, डाल्टेनगंज से 9:15 बजे जबकि भागलपुर केंद्र से दोपहर 12 बजे होगा. वहीं, शाम के समय रांची केंद्र , डाल्टेनगंज केंद्र और भागलपुर केंद्र से 5:45 बजे, हजारीबाग केंद्र से 5:50 बजे, और चाईबासा केंद्र से 6:30 बजे से प्रसारित किया जाएगा. 


वहीं, रेडियो के जरिए पढ़ाई शुरू करने की बात पर बच्चों का कहना है कि पहले ऑनलाइन क्लास सही से नहीं हो पाया और अब अगर रेडियो पर पढ़ाई की शुरुआत हो रही है तो ये अच्छा कदम है. वहीं, कुछ छात्रों का कहना है कि रेडियो प्रसारण के जरिए पढ़ाई कितनी समझ में आती है ये तो पढ़ाई शुरू होने के बाद ही पता चलेगा. बच्चों के अभिभावक का कहना है कि ये बच्चों के हित में अच्छी पहल है.