रांची: Jharkhand Weather: झारखंड में मानसून का आगमन तो हुआ, लेकिन मानसून कमजोर पड़ने की वजह से झारखंड किसानों के सामने एक बार फिर सूखे की नौबत आ गई है. इस बार भी मानसून ने अगर साथ नहीं दिया, तो किसानों के लिए संकट और बढ़ जाएगा. बता दें कि झारखंड अब तक 436 मिमी से ज्यादा हो जानी चाहिए थी. लेकिन राज्य में अबतक करीब 236 मिमी के आसपास ही बारिश हुई है. वहीं राज्य में कई जिले ऐसे भी हैं जहां अभी तक रोपा नहीं हुआ है. राज्य के किसान अभी तक बारिश की आस में आसमान की ओर देखने को मजबूर हैं. अब तक अच्छी बारिश नहीं होने के चलते किसान चिंतित है. उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि कहीं अकाल ना पड़ जाए.


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झारखंड के जिन जिलों में अभी तक रोपा नहीं हो पाया है उनमें खूंटी, चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, गढ़वा, पलामू, लातेहार, सरायकेला, हजारीबाग, रामगढ़, धनबाद, बोकारो सहित कई जिले शामिल है. इन जिलों के किसानों के खेतों में अभी तक पानी नहीं पहुंचा है. झारखंड में मानसून की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सूबे के 13 जिलों में अभी तक रोपा नहीं हुआ है. किसान अभी भी खेतों में पानी आने का इंतजार कर रहे हैं. खेत सूखे हैं.


वहीं मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया पूवार्नुमान भी किसानों के लिए अनुकूल नहीं है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बालूमाथ प्रखंड में दूर-दूर तक भारी बारिश की संभावना नहीं दिख रही है. किसानों को राज्य  भारी बारिश के लिए अगस्त महीने का इंतजार करना होगा. उन्होंने बताया कि अगले सात दिनों तक आसमान में बादल छाए रहेंगे साथ ही हल्की बारिश भी हो सकती है. वहीं बारिश नहीं होने के चलते इस दिनों तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रहा है. उमस और गर्मी से लोग बेहाल हैं.


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