Ranchi: ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट (Human Rights Activist) फादर स्टेन स्वामी (Father Stan Swamy) का सोमवार को  मुंबई के होली फैमिली हॉस्पिटल में निधन हो गया. उन्हें जनवरी 2018 में भीमा कोरेगांव से जुड़े एल्गार परिषद मामले में आरोपी थे और उन्हें पिछले साल अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था. वो पिछले काफी समय से बीमार थे. जिसके बाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन्हें तलोजा जेल से बाहर निकालकर मुंबई के बांद्रा स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज करने की इजाजत दी गई थी. 


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उनकी मौत के बाद JMM ने सरकार पर सवाल उठाएं हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने भी उनकी मौत का विरोध किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, मै फादर स्टेन स्वामी के निधन के बारे में जानकर स्तब्ध हूं. उन्होंने अपना जीवन आदिवासी अधिकारों के लिए काम करते हुए समर्पित कर दिया. मैंने उनकी गिरफ्तारी और कैद का कड़ा विरोध किया था. केंद्र सरकार को पूर्ण उदासीनता और समय पर चिकित्सा सेवाओं का प्रावधान न करने के लिए जवाबदेह होना होगा क्योंकि इसी वजह से उनकी मृत्यु हुई है. 


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उनके अलावा JMM के विधायक सुदिव्य सोनू ने फादर स्टेन स्वामी की मौत पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ये देश के संविधानिक संस्थाओ पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है. ये देश के लोकतंत्र पर हमला है.


 



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