पटना: Cold Wave in Jharkhand: बिहार में ठंड ने 64 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. पूरा प्रदेश शीतलहर, घने कोहरे और ठिठूरन की चपेट में है. बिहार में शरीर गलाने वाली ठंड ने लोगों जीना मुश्किल कर दिया है. ब्रेन हेम्ब्रेज और हार्ट अटैक के मामले के साथ ही लगातार प्रदेश  में कई अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. वहीं बिहार में तापमान इतनी तेजी से गिरा है कि इससे पूरे प्रदेश का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं अब बिहार के बाद झारखंड में भी शीतलहर ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. राजधानी रांची में पारा भी तेजी से गिर रहा है. झारखंड में भी ठंड बढ़ने की वजह से यहां भी लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. वहीं इसके साथ प्रदेश में अगले पांच दिन तक ठंड का कहर जारी रहने और इसके बढ़ने की संभावना जताई गई है. ऐसे में मौसम विभाग की तरफ से यह जानकारी दी गई है कि अगले दो से तीन दिन के भीतर झारखंड में पारा तेजी से गिर सकता है.  


झारखंड में भी शीतलहर, कोहरे और कनकनी की वजह से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. आपको बता दें कि इस वजह से प्रदेश के कई जिलों में यातायात व्यवस्था चरमरा गई है. ट्रेनें लेट से चल रही है. वहीं झारखंड से उड़ान भरनेवाली कई विमान सेवाओं में भी देरी हो रही है, वहीं कई के रूट डायवर्ट किए गए हैं. 


पूरे प्रदेश में सूर्य की चमक तेज नहीं होने और दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज होने की वजह से लोगों को कनकनी और ठंड ज्यादा महसूस हो रही है. वहीं प्रदेश की राजधानी और आसपास के इलाके में तापमान तेजी से गिरा है. जबकि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी न्यूनतम तापमान में ज्यादा गिरावट देखी जा रही है. कोहरे और धूंध ने यहां अपना प्रभाव जमा रखा है. वहीं बता दें की खूंटी में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया है. ऐसे में बिहार के बाद अब झारखंड में शीतलहर और कोहरा अपान सितम ढाने वाला है. 


ये भी पढ़ें- caste census: बिहार में जातीय जनगणना के शुरू होते ही सियासत तेज, भाजपा के वार पर तेजस्वी का पलटवार