लोहरदगा: लोहरदगा भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर और 15 लाख के इनामी दुर्दांत नक्सली रविंद्र गंझू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए की टीम ने रविंद्र गंझू की संपत्ति को अटैच किया है. एनआईए द्वारा यह कार्रवाई रविंद्र गंझू के सहयोगी से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर की गई है. 


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रविंद्र गंझू के खिलाफ एनआईए लातेहार जिला के चंदवा में पुलिस की टीम पर हमला करने और ऑपरेशन डबल बुल के दौरान हथियार और पैसों की बरामदगी के मामले में जांच कर रही है. एनआईए की टीम ने नक्सली कमांडर रविंद्र गंझू की लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के हेसला मौजा के मांझी टोला स्थित घर को अटैच किया है. 


पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो एनआईए ने लोहरदगा जिले के पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल में विगत 8 फरवरी 2022 से लगातार 10 दिनों तक चले मुठभेड़ के बाद भारी मात्रा में हथियार बरामदगी मामले में दर्ज कांड संख्या आरसी 02/2022 के मामले में यह कार्रवाई की है. एनआईए जांच में पता चला की रविंद्र गंझू लेवी के पैसे से इस को घर बना रहा था. इसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने माओवादी कमांडर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. 


रविंद्र गंझू के ऊपर झारखंड सरकार ने 15 लाख और एनआईए ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. सूत्रों की मानें तो रविंद्र गंझू के एक सहयोगी लोहरदगा के कुडू थाना निवासी राजू साहू को कुछ महीने पहले गिरफ्तार किया था. जिसके बाद एनआईए लगातार उससे पूछताछ कर रही थी. 


इसी पूछताछ के दौरान राजू ने एनआईए को बताया कि रविंद्र गंझू लेवी के पैसे से मकान बना रहा है. जिसके बाद एनआईए ने मामले में कार्रवाई की है. हालांकि अब भी रविंद्र गंझू एनआईए और पुलिस की पकड़ से दूर है. इस क्षेत्र में रविंद्र गंझू माओवाद का सबसे बड़ा चेहरा है. रविंद्र गंझू के पकड़े जाने और खात्मे के बिना क्षेत्र से माओवादियों और माओवाद के सफाए को लेकर सफलता नहीं मिल पा रही है.
इनपुट-पारस कुमार 


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