रांचीः Mahamahim Draupadi murmu: रांची में गुरुवार सुबह से ही बादल घिर आए थे. कुछ देर में हल्की बारिश भी शुरू हो गई, लेकिन जनता की निगाहें घरों, बाजारों, दुकानों में टीवी से लगी हुई थीं. जैसे-जैसे ये विश्वास बढ़ने लगा कि भारत में अंतिम पायदन पर खड़ी एक महिला, आज आगे आकर प्रथम नागरिक बनने वाली है, लोग घरों से निकलने लगे. वो खुश थे, मस्ती में थे, झूम रहे थे. किसी के कंधों पर ढोल तो कहीं नगाड़े की धुन. थोड़ी देर में जोरदार बारिश भी होने लगी. शाम तक यह तय हो गया कि द्रौपदी मुर्मू जीत रही हैं और जीत ही जाएंगी. थिरकते लोगों में और जोश आया. ये नजारा रांची की कई सड़कों पर आम था. 


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कोयलांचल में भी खुशी की लहर
पहली बार आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनता देख, रांची में महिलाओं मे अलग से उत्साह दिखा. जोरदार बारिश के बीच ढोल नगाड़ों की थाप पर महिला कार्यकर्ताओं ने पारंपरिक तरीके से नृत्य कर इस खुशी को साझा किया. वहीं, कोयलांचल में भी गुरुवार को खुशी का माहौल रहा. मुर्मू को राष्ट्रपति चुने जाने के बाद सरना समाज के लोगों ने ढोल और नगाड़े बजाकर खुशी का इजहार किया. एक-दूसरे को मिठाइयां बांटी और जीत की बधाई दी. ये सिर्फ द्रौपदी मुर्मू की जीत नहीं थी. यह उनकी अपनी जीत थी. इस कार्यक्रम में धनबाद विधायक राज सिन्हा भी सरना समाज के द्वारा निकाले गए जुलूस में शामिल हुए. 


राष्ट्रपति बनने पर दी बधाई
उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के शासनकाल में ही संभव है कि एक साधारण आदिवासी परिवार की महिला को राष्ट्रपति बनाया गया है. झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने देश के पहली आदिवासी महिला द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने पर उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी है. झारखंड के पेय जल स्वच्छता मंत्री मिथलेश ठाकुर ने भी उन्हें राष्ट्रपति बनने पर हार्दिक बधाई दी और उन्हें शुभकामना दी. उन्होंने कहा कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनने जा रही है. 25 तारीख़ को शपथ ग्रहण भी सुनिश्चित है. हम अपनी ओर से पूरे राज्य वासियों की ओर से अपनी सरकार की ओर से बहुत बहुत शुभकामना देते हैं.


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