चतरा: झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 170 किलोमीटर दूर चतरा जिले में भाकपा माओवादी के नक्सली कमांडर कमलेश यादव ने बुधवार को यहां सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. कमलेश यादव भूमि विवाद से तंग आ कर माओवादी संगठन में  शामिल हो गए थे. 


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पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने दी जानकारी


पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि चतरा, पलामू व लातेहार में गौतम पासवान दस्ते में शामिल रहा कमलेश यादव अनेक आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस नक्सली ने आज जिला मुख्यालय के समाहरणालय स्थित सम्मेलन कक्ष में पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन व केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 190वीं बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण किया. 


उन्होंने कहा कि इस मौके पर सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत नक्सली को एक लाख रुपये का चेक सौंपा गया. इस दौरान उन्होंने उम्मीद जताई कि वो जल्द से जल्द अपनी सामान्य जिंदगी में वापस आ जाएंगे. 


झारखंड पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी. उसने कहा कि आठ वर्ष पूर्व 2014 में भूमि विवाद से तंग आकर वह माओवादी संगठन में शामिल हुआ था. कमलेश ने कहा कि वर्तमान समय में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी अपने मूल सिद्धांतों से भटक गया है और वह लेवी वसूलने व शोषण करने वाला संगठन बन गया है. उन्होंने आगे कहा कि वो मुख्यधारा में एक बार फिर से जुड़ कर काफी ज्यादा खुश हैं. वो अपने जीवन को एक बार फिर से शुरू करना चाहते हैं. 


(इनपुट: भाषा)