Ranchi: झारखंड विधानसभा (Jharkhand Legislative Assembly) का मॉनसून सत्र 29 जुलाई शुरू हो रहा है, इसमें कुल छह कार्यदिवस होंगे और इसके पांच अगस्त को संपन्न होने की उम्मीद है. इस सत्र में राज्य सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश करने की तैयारी कर चुकी है. इसके अलावा विपक्ष भी कई मुद्दों पर सरकार को घेरे के लिए तैयार है.  


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राज्य विधानसभा के इस छह दिवसीय मानसून सत्र में राज्य सरकार ने पीट-पीट कर मारने के विरोध में और राज्य में जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक दोबारा पेश करने की तैयारी की है क्योंकि ये दोनों विधेयक विधानसभा ने पहले भी पारित किये थे लेकिन इनके हिंदी-अंग्रेजी अनुवाद में भिन्नता की वजह से राज्यपाल ने इन्हें बगैर हस्ताक्षर किये वापस कर दिया था. 


राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है. पूरे सत्र की तैयारियों को लेकर विधानसभाध्यक्ष की ओर से बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में राज्य में सूखे की स्थिति पर सत्र के दौरान विशेष चर्चा कराने पर आज सहमति बनी. सत्र के दौरान राज्य सरकार वर्तमान वित्त वर्ष के लिए प्रथम अनुपूरक बजट भी पेश करेगी. 


मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने सत्र के दौरान राज्य में अवैध खनन, रांची में महिला सब इंस्पेक्टर की हत्या, सरकारी स्कूलों में रविवार के बदले शुक्रवार की छुट्टी जैसे मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी की तैयारी की है. विधानसभा के औपबंधिक कार्यक्रम के अनुसार 30 व 31 जुलाई को शनिवार एवं रविवार होने के चलते सदन की बैठक नहीं होगी.


(इनपुट: भाषा)