Ranchi Railway Station History: 117 साल पहले रांची में बजी ट्रेन की पहली सीटी, अब हर दिन 60 हजार लोग करते हैं सफर
Ranchi Railway Station: झारखंड की राजधानी रांची पहुंचने के लिए रेल मार्ग को सबसे अच्छा विकल्प माना गया है. हर दिन यहां से करीब 60 हजार से ज्यादा लोग ट्रेन की यात्रा करते हैं. रेलवे की आंकड़ो की मानें तो हर दिना यहां से 67 जोड़ी ट्रेन खुलती है.लेकिन क्या आपको रांची रेलवे स्टेशन का इतिहास पता है.
रांची से पहली ट्रेन
रांची रेलवे स्टेशन से ट्रेन की पहली सिटी नवंबर 1907 में बजी थी. जब नैरो गेज (छोटी लाइन) पर पुरुलिया के लिए पहली ट्रेन चली थी.
पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत
इसके बाद 1913 में रांची से लोहरदगा के बीच पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत हुई. पहले रांची से लोहरदगा के बीच ये ट्रेन दिन में सिर्फ एक बार चलती थी. यह ट्रेन सुबह में रांची से लोहरदगा जाती और फिर शाम लोहरदगा से वापस आ जाती थी.
रांची से लोहरदगा
रांची से लोहरदगा जाने वाली ट्रेन जल्द ही इस इलाके के लोगों लाइफ लाइन बन गयी़. रांची रेलवे स्टेशन के बाहर आज भी ट्रेन का खड़ा इंजन झारखंड में रेलवे के सफर का गवाह है.
स्टीम इंजन
रांची रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ा स्टीम इंजन झारखंड में रेलवे के विस्तारीकरण का एक गवाह है. रांची रेलवे स्टेशन पर खड़ा रांची लोहरदगा नैरो गेज ट्रेन का इंजन लोगों को इसके ऐतिहासिक महत्व बताने के लिए ही लगाया गया है.
रांची स्टेशन
रांची स्टेशन से खुलने वाली सबसं लंबी दूरी का ट्रेन जम्मू जाने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस है.फिलहाल रांची स्टेशन को पुनर्निर्मित और विकसित करने का काम किया जा रहा है.