अनुच्छेद 370 को हटाने से जम्मू-कश्मीर के लिए समान अधिकार सुनिश्चित हुए: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में कश्मीरी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के तहत कश्मीर से आए 122 युवाओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने वतन को जानें की थीम पर जम्मू कश्मीर से आए युवाओं से बात की.
Ranchi: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में कश्मीरी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के तहत कश्मीर से आए 122 युवाओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने वतन को जानें की थीम पर जम्मू कश्मीर से आए युवाओं से बात की. उन्होंने कहा कि देश में भांति-भांति की संस्कृति है और सभी राज्यों की अपनी एक अलग पहचान हैं, लेकिन लोगों को सभी राज्यों की विशेषताओं को जानने की कोशिश करनी चाहिए. सरकार द्वारा ये कार्यक्रम इसी वजह से आयोजित किया गया है ताकि वो श के विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं के बारे में जान सके.
झारखंड के राज्यपाल सी. पी राधाकृष्णन ने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने से जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए समान अधिकार और कर्तव्य सुनिश्चित हुए हैं. यहां राजभवन में जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के एक समूह से बात करते हुए उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर हमेशा से हमारे देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. यह दुनिया की सबसे अच्छी जगहों में से एक है."
उन्होंने कहा, "अनुच्छेद 370 को हटाने से जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए समान अधिकार और कर्तव्य सुनिश्चित हुए हैं. अब, देशभर के लोग कश्मीर जा सकते हैं और जमीन खरीद सकते हैं." नेहरू युवा केंद्र द्वारा आयोजित कश्मीर यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम 2023 (वतन को जाने) के तहत जम्मू-कश्मीर के 122 युवाओं ने राजभवन का दौरा किया. उन्होंने कहा, "लोग भारत आ रहे हैं और देख रहे हैं कि विकास कैसे हो रहा है." राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए कई प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हमें अपनी भाषा, संस्कृति को और ज्यादा जानने और समझने की जरूरत है. इसके अलावा हमें दूसरों की भाषा और संस्कृति का सम्मान भी करनी चाहिए. इस बात बातचीत के दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को भी याद किया. उन्होंने अटल बिहारी बिहारी वाजपेई की एक पुरानी कविता को याद करते हुए कहा, 'भारत जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि यह जीता जागता राष्ट्र पुरुष है. हम जियेंगे तो भारत के लिए और मरेंगे भी तो भारत के लिए'.
(इनपुट भाषा के साथ)