रांची: धन शोधन के मामले में झारखंड के आईएस अधिकारियों की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं,  ऐसे ही एक मामले में झारखंड केडर की IAS अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी का एक्शन हुआ था और अभी भी वह जांच एजेंसियों के दायरे में हैं. वहीं अब झारखंड केडर के दूसरे अधिकारी प्रवर्तन निदेशालय के जांच के दायरे में आ गए हैं. आईएएस छवि रंजन के घर ईडी की छापेमारी के बाद अब उनकी मुश्किलें और बढ़नेवाली हैं. बता दें कि छवि रंजन को ईडी समन भेजकर पूछताछ के लिए कार्यालय बुलाएगी ऐसी सूचना मिल रही है. 


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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से कथित रूप से अवैध तरीके से जमीन हड़पने के एक मामले में जांच के सिलसिले में झारखंड सहित कई राज्यों से गुरुवार को कई गिरफ्तारियां हुई हैं. बता दें कि ईडी ने इस मामले में बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में छापेमारी की थी. जिसमें एक सरकारी अधिकारी के साथ 6 बिचौलिये को ईडी ने गिरफ्तार किया है. 


इन तीनों राज्यों में ईडी ने 22 जगहों पर छापेमारी की थी. इसी दौरान छवि रंजन जो  2011 बैच के झारखंड काडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की. अभी छवि रंजन  समाज कल्याण विभाग के निदेशक के पद पर तैनात हैं और इससे पहले वह 2 साल तक रांची के आयुक्त के तौर पर तैनात थे. दरअसल ईडी रक्षा विभाग की तमीन सहित 12 अन्य जमीनों को हड़पने के मामले में कार्रवाई कर रही है. ऐसे में इस मामले में छवि रंजन से भी एजेंसियों ने पूछताछ की है. 


इन सारे जमीन को लेकर बताया जा रहा है कि इसको लेकर गलत दस्तावेज बनाए गए और फिर इसकी खरीद फरोख्त की गई. जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, बिचौलिये और भू-माफिया ने मिल जुलकर काम किया. ऐसे में दावा किया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान भी ईडी के हाथ कई फर्जी मुहर, जमीन के फर्जी कागजात और रजिस्ट्री के दस्तावेज मिले हैं. बता दें कि इस कार्रवाई के बाद से ही झारखंड में सियासत तेज हो गई है. भाजपा एक बार फिर से हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ हमलावर हो गई है. 


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ऐसे में अब सूचना मिल रही है IAS छवि रंजन से ईडी समन भेजकर पूछताछ कर सकती है. इसके पहले भी छवि रंजन को लेकर कई विवाद सामने आ चुके हैं. इससे पहले भी सेना की जमीन की अवैध बिक्री के मामले में ईडी ने कार्रवाई की थी. इसके बाद से ही छवि रंजन डरे सहमे से थे. सूत्रों की मानें तो छवि रंजन के मोबाइल से ईडी को कई सवाल जवाब भी मिले हैं जिससे साफ पता चल रहा है कि ईडी की कार्रवाई की उनको पहले से अंदेशा था और वह इसकी पूरी तैयारी कर रहे थे लेकिन अब उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.