Astro Tips: शिव की पूजा के बारे में कहा जाता है कि यह समस्त रोगों, दुःखों, पापों को हरनेवाला है. ऐसे में सप्ताह में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है. इस दिन शिव की पूजा को सबसे सार्थक माना गया है. वैसे शिव की पूजा सप्ताह के किसी भी दिन किया जाए या अगर शिवलिंग की नियमित पूजा की जाए तो इसे मोक्षदायनी कहा जाता है. भगवान शिव को सृष्टि का नियंत्रण करनेवाला कहा गया है. ऐसे में इनकी पूजा आपकी कुंडली में नवग्रह के दोषों को ठीक कर सकती है. 


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ऐसे में कुंडली के सबसे पहले और तेजस्वी ग्रह सूर्य की बात करते हैं जिसे आत्मा का कारक माना गया है. ऐसे में इसकी कृपा और शुभ फल पाने के लिए आपको शिवलिंग पर लाल चंदन का लेप करके तिलक लगाना चाहिए. इससे सूर्य मजबूत होगा. वहीं चंद्रमा जो मन का कारक है. ऐसे में यह कुंडली में कमजोर हो तो शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं. वहीं ग्रहों के सेनापति अगर आपकी कुंडली के अशुभ भाव में हों तो शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करना चाहिए, या फिर आप पंचामृत भी चढ़ा सकते हैं. 


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बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है. ऐसे में बुध देव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर बिल्व पत्र और दूर्वा चढ़ाना चाहिए. वहीं अगर बृहस्पति कमजोर हो तो भींगे हुए चने की दाल एवं पीले पुष्प को शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए. वहीं शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए शिवलिंग पर दही और बूरा से अभिषेक करने के विधान बताया गया है. 


कुंडली में अगर शनि देव की वजह से परेशानी बढ़ी है तो शिव जी की आरती धूप बत्ती से करनी चाहिए, साथ ही शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाना चाहिए. इसके अलावा अगर राहु-केतु की वजह से जीवन परेशानियों से भरा हो तो शिवलिंग का जल से अभिषेक करना चाहिए और हो सके तो भांग और धतूरा भी अर्पित करना चाहिए.