Sawan Putrada Ekadshi: सावन का पवित्र महीना चल रहा है. ऐसे में इस महीने को शिव की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए सबसे बेहतर महीना माना जाता है. आपको बता दें कि इस सब के बीच अभी सावन महीने का शुक्ल पक्ष चल रहा है. इस शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्रावण पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है. बता दें कि सावन पुत्रदा एकादशी के दिन पूजा से एक साथ भगवान शिव और भगवान श्री हरि नारायण विष्णु दोनों की कृपा प्राप्त होती है. 


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सावन की पुत्रदा एकादशी 27 अगस्त को पड़ रहा है इस दिन रविवार का दिन है. ऐसे में संतान प्राप्ति के इच्छा रखनेवाले लोगों के लिए यह दिन बेहद खास है. ऐसे में सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना और पवित्र वस्त्र धारण करना चाहिए. फिर भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा-अर्चना की विधिवत तैयारी करनी चाहिए. भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए.   


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इसके साथ ही इस दिन व्रत भी रखना चाहिए और शाम में पूजा के बाद फलाहार ग्रहण करना चाहिए. साथ ही इस दिन विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करना सर्वोत्तम है. इस दिन संभव हो तो रात्रि जागरण करना चाहिए. जिसमें भजन-कीर्तन हो. इसके बाद द्वादशी की तिथि को स्नानादि कर पवित्र होकर पूजा पाठ कराकर ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए और दान-दक्षिणा कर उन्हें विदा करना चाहिए.  


निःसंतान दंपति के लिए पुत्रदा एकादशी को बेहद फलदायी माना गया है. ऐसे में इस व्रत के प्रभाव से संतान सुख की प्राप्ति अवश्य ही होती है. वहीं यह व्रत मनुष्य के समस्त पापों का नाश करता है. साथ ही यह व्रत मोक्ष देनेवाला भी है. वहीं अपने संतान की लंबी उम्र के लिए यह व्रत महिलाएं करती हैं. इस व्रत के करने से हजारों साल तक तपस्या करने का भी फल मिलता है.