Hawan Niyam: हवन करते वक्त कहीं आप तो नहीं कर रहे हैं ये गलतियां? जान लें सबकुछ
हिंदू धर्म में पूजा, पाठ, हवन, आरती आदि का विशेष महत्व है, इन वैदिक कार्यों को पूरी श्रद्धा के साथ किया जाता है. आपको बता दें कि पूजा, पाठ और हवन किस भी व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है. इससे भगवत कृपा की प्राप्ति होती है.
Hawan Niyam: हिंदू धर्म में पूजा, पाठ, हवन, आरती आदि का विशेष महत्व है, इन वैदिक कार्यों को पूरी श्रद्धा के साथ किया जाता है. आपको बता दें कि पूजा, पाठ और हवन किस भी व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है. इससे भगवत कृपा की प्राप्ति होती है. लेकिन, क्या आपको पता है कि पूजा और हवन के दौरान जान-अनजाने में की गई गलती से आपको भगवान के कोप का शिकार होना पड़ सकता है.
हवन भी आपके घर के अंदर की नकारात्मकता को दूर करता है. आपको बता दें कि हवन की सही प्रक्रिया का पालन नहीं किया जाए तो इसका नुकसान भी उठाना पड़ता है. इस हवन का आपको तब तक पूर्ण फल नहीं मिलता है जब तक यह सही आर शास्त्रीय पद्धति से नहीं किया जाए. ऐसे में आपको जानना चाहिए कि पूजा के बाद हवन में किन गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए.
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ऐसे में सबसे पहले पूजा के दौरान के कुछ नियम जान लेना चाहिए. जैसे इस दौरान तिलक अनामिका अंगुली से ही करनी चाहिए और देवताओं को भी इसी अंगुली से तिलक लगाना चाहिए. वहीं हवन के समय इसी अंगुली में कुशा, आम का पत्ता या फिर सोना की अंगूठी पहनकर हवन करना चाहिए.
हवन की सामग्री हमेशा कांसे, पीतल, चांदी, सोने के बर्तन और पत्तल में रखना चाहिए तभी इससे आहुति दें. इस स्टील या लोहे के बर्तन में नहीं रखना चाहिए. वहीं हवन के लिए मिट्टी, ईंट का कुंड बनाना चाहिए ना कि लोहे के हवन कुंड में हवन करना चाहिए. हवन कर रहे आसन को कभी पैर से नहीं खिसकाना चाहिए. वहीं हवन के लिए बेल, आम और पलाश की लकड़ी का प्रयोग जरूर करना चाहिए. इससे हवन का शुभ फल मिलता है.
हवन के लिए हमेशा काले तिल का प्रयोग करना चाहिए इसमें सफेद तिल का प्रयोग नहीं करना चाहिए. कनिष्ठा, अनामिका, मध्यमा उंगली और अंगूठे का उपयोग हवन में आहुति देते समय करना चाहिए. इस समय तर्जन अंगुली का उपयोग नहीं करना चाहिए.