Shani Dev Puja: शनिवार को न्याय के देवता शनि देव की पूजा करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन लोग विभिन्न उपायों से शनि देव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं ताकि उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख शांति बनी रहे. शनि देव की पूजा में उनके प्रिय फूलों का चढ़ावा करना विशेष महत्वपूर्ण है और इसका माना जाता है कि इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होती है. आक के फूल से शनि देव को प्रसन्न करने से ढैय्या और साढ़ेसाती से मुक्ति मिल सकती है.


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शनि देव की पूजा का आयोजन बहुत सावधानीपूर्वक करना चाहिए. शनि देव के मंदिर में जाकर पूजा करना और उनके सामने दीपक नहीं जलाना चाहिए. शनि देव के पूजा स्थल में पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से उनकी कृपा मिल सकती है. लाल रंग और लाल फूल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि लाल रंग मंगल का परिचायक होता है और इसे शनि देव के शत्रु माना जाता है. शनि देव की मूर्ति की बजाय उनके शिला रूप के दर्शन करना उचित है और उन्हें तेल अर्पित करते समय ध्यान रखना चाहिए कि तेल इधर-उधर न गिरे. शनि देव की कुदृष्टि से बचने के लिए उनकी आंखों में आंखें डालकर दर्शन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी कुदृष्टि पड़ सकती है.


शनि देव की पूजा में इन निर्देशों का पालन करने से व्यक्ति उनके आशीर्वाद से युक्त हो सकता है और उसके जीवन में समृद्धि हो सकती है. शनि देव की पूजा के द्वारा जीवन की समस्याओं से मुक्ति प्राप्त हो सकती है और सुख-शांति का अनुभव हो सकता है. 


Disclaimer: यह जानकारी केवल मान्यताओं और ज्ञान के आधार पर है. इसे अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेना चाहिए. इसके बावजूद शनि देव की पूजा का आयोजन व्यक्ति के आध्यात्मिक और धार्मिक साधना में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है.


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