Siddha Kunjika Stotram: नवरात्रि का त्योहार चल रहा है. ऐसे में दुर्गा सप्तशती के पाठ से पूरा माहौल गूंजायमान होता रहता है. वैसे भी मां के मंत्रों का ध्वनि के साथ जाप का सकारात्मक प्रभाव बताया गया है. ऐसे में दुर्गा सप्तशती में कीलकम्, कवच, अर्गला स्त्रोत के पाठ के साथ ही देवी सुक्तम और सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ भी बेहद प्रभावशाली बताया गया है.वैसे आपको बता दें कि दुर्गा सप्तशती में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा पाठ है जो अत्यंत चमत्कारिक और तीव्र प्रभाव दिखाने वाला है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


ऐसे में यह बताया जाता है कि जो लोग दुर्गा सप्तशती का संपूर्ण पाठ नहीं कर सकते हैं वह केवल इस सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर लें तो भी दुर्गा सप्तशती के संपूर्ण पाठ का उन्हें फल मिल जाता है. यह पाठ मानव के जीवन में हर तरह के अभाव, रोग, कष्ट, दुख, दरिद्रता के साथ शत्रुओं का नाश करने वाले है. 


ये भी पढ़ें- इस बार 100 साल बाद करवाचौथ पर बन रहा यह विशेष संयोग, ऐसे करें पूजा


इस स्त्रोत का पाठ नियमित करनेवालों को जीवन में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है लेकिन इस स्तोत्र का पाठ करने में कुछ सावधानियां बरतनी भी जरूरी है. लगातार अगर आप आर्थिक नुकसान झेल रहे हैं तो ऐसे में सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करना चाहिए. इसके साथ ही अदालती कार्रवाई में जीत के लिए या शत्रुओं से मुक्ति के लिए इस पाठ का नियमित पाठन करना चाहिए. यह रोगों को समूल नाश करनेवाला है. इसके पाठ मात्र से गंभीर से गंभीर रोगों से भी मुक्ति मिलती है. अगर आप कर्ज में डूबे हैं और आपके पारिवारिक जीवन में सुख शांति नहीं है तो इस स्त्रोत का दैनिक पाठ आपको काफी लाभ पहुंचाएगा. 


हालांकि इस स्त्रोत का किसी का अहित करने के लिए, बुरे विचार से या मारण विद्या के लिए पाठ ना करें नहीं तो यह आपके ऊपर ही बुरा प्रभाव डालेगा. यह पाठ आपके उन प्रश्नों का जवाब दिलाने में सक्षम है जिसका जवाब आपको मिल नहीं रहा है. इस पाठ को अकेले करने से ही पूरे दुर्गासप्तशती के पाठ के बराबर पुण्य मिलता है.