Bamboo: सनातन धर्म के अनुसार 16 संस्कारों में से एक शादी का भी संस्कार आता है. ऐसे में हिंदू धर्म में शादी को बेहद पवित्र माना जाता है. आपको बता दें कि इस संस्कार को देने के लिए खई ऐसी चीजों का प्रयोग किया जाता है जिसकी अपनी अलग-अलग मान्यताएं हैं. आपको बता दें कि शादी के समय कई चीजें बांस की बनाई जाती है. खासकर शादी का मंडप यह तो बांस से ही निर्मित होता है. ऐसे में आपको पता है कि आखिर शादी का मंडप बांस से ही क्यों बनाया जाता है. 


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वैसे भी बांस को सनातन धर्म में बेहद शुभ माना गया है. ऐसे में इसे सकारात्मक ऊर्जा का संचार करनेवाला बताया गया है. यह गृहस्थी के सुखद होने का सूचक भी माना जाता है. दरअसल शादी में मंडप का निर्माण केले के पेड़ या पत्ते के साथ बांस से किया जाता है. केले के पेड़ में भगवान श्री हरिनारायण विष्णु का वास होता है. ऐसे में मांगलिक कार्यों को संपन्न करने में इसकी बड़ी भूमिका होती है. वहीं बांस सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है जो वार-वधु के जीवन में सकारात्मकता लाता है. 


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वैसे भी कहा जाता है कि विवाह का जब संस्कार दिया जाता है तो इस मंडप में सभी देवी-देवता पधारते हैं और नव दंपत्ति को अपना आशीर्वाद देते हैं. ऐसे में बांस का मंडल वर-वधु के सुखी वैवाहिक जीवन का भी सूचक होता है. इसी बांस के मंडप में जहां देवी-देवता का आगमन होता है. वहां दुल्हा-दुल्हन सात फेरे लेते हैं और जनम-जनम के साथी बन जाते हैं. यह आपसी प्रेम का भी सूचक होता है. 


बांस का बना मंडप शादी में सभी रस्मों का साक्षी होता है. ऐसे में इस खुशियों के संचार का सूचक और शुभ फलों को देनेवाला बताया गया है.  वहीं बांस इस बात का भी सूचक है कि जातक के मांगलिक कार्य में किसी तरह की कोई अड़चन नहीं आएगी. उसके सभी मांगलिक कार्य विधि-विधान के साथ पूरे हो जाएंगे.