पटना: आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उनकी नीतियों पर सवाल उठाया है. रघुवंश प्रसाद सिंह ने रविवार को पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि देश में मंदी की वजह से गंभीर आर्थिक स्थिति बन गई है और जीडीपी का ग्रोथ रेट 7 से गिरकर 5 फीसदी पर पहुंच गया है.


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उन्होंने कहा कि उत्पादन, निवेश और निर्यात में गिरावट आई है और अभी भी जीएसटी, नोटबंदी के मार से देश के लोग उबर नहीं पाए हैं. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया था कि नोटबंदी की वजह से देश में जाली नोट पर काबू पाया जा सकेगा लेकिन आरबीआई के अनुसार जाली नोट के मामले में वृद्धि दर्ज की गयी है. बैंको की स्थिति खराब है और 31 हज़ार करोड़ का नुक्सान धोखाधड़ी की वजह से हुआ है. 


 



आरजेडी के रघुवंश प्रसाद सिंह ने आरोप लगाए कि लगभग 66 बार जीएसटी के नियमो में फेरबदल किया गया वावजूद इसके अभी तक इसमें सुधर नहीं हुआ है. पेट्रोल और डीजल को जीएसटी से बाहर क्यों रखा गया इसका जबाब भी केंद्र सरकार नहीं दे पाई है. उन्होंने आरोप लगते हए कहा कि एक हजार के बदले शुरू में दो हज़ार का नोट कालाधन वृद्धि का जनक है और एक देश एक टैक्स से जनता के 11 लाख करोड़ की लूट हुई है.


मौजूदा समय में 82 लाख करोड़ का कर्ज देश के ऊपर है और ऐसे में देश के हर व्यक्ति के ऊपर 25 हजार का कर्ज है. कारखानों में छंटनी हो रही है और साढ़े तीन लाख लोगों का रोजगार छिन गया है जबकि ये रोजगार देने की बात कह कर सत्ता में आए थे, ऊपर से इनके मंत्री संतोष गंगवार यह बयान दे रहे हैं कि देश में नौकरियां बहुत है लेकिन लोगों के पास योग्यता नहीं है कि वो नौकरी पा सकें. ऐसे में वे देश की प्रतिभा का अपमान कर अपनी नाकामी छिपा रहे हैं. रघुवंश प्रसाद सिंह ने मांग की कि वे अपना यह बयान वापस लें. 


रघुवंश प्रसाद सिंह ने आरोप लगे कि नया यातायात जुर्माना कानून लाकर लोगों पर ज्यादती कर रहे है और ऐसा कर वो खजाना  भरने की कोशिश कर रहे हैं. एनआरसी में लाखो लोगों का नाम छोड़ने से लोगों में आतंक है और बीजेपी देश में उत्पात मचा रही है.