पटनाः आरजेडी ने बुधवार (4 अप्रैल) को नीतीश सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया. आरजेडी के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया. आरोप पत्र के कवर पेज पर लिखा गया था 'कुर्सी के प्यारे-बिहार के हत्यारे'. आरजेडी ने आरोप पत्र के जरिए सरकार पर सीधा निशाना साधा है. आरोप पत्र जारी करने के दौरान भी तेजस्वी यादव ने सरकार पर जमकर हमला बोला. और उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर फेल दिख रही है. हमने आरोप पत्र के जरिए सरकार के विफलताओं को क्रम में जारी किया है.


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तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को डबल इंजन की सरकार बताया और कहा कि हमें उम्मीद थी कि सरकार विकास कार्यों को लेकर अहम कदम उठाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. सरकार विकास के कार्यों की ओर ध्यान नहीं दे रही है.


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तेजस्वी यादव ने आरोप पत्र जारी करते समय बिहार की ताजा स्थिती को मुद्दा बना रहे थे. उन्होंने कहा कि सरकार को अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए था. लेकिन सरकार ने जानबूझ कर अपना रिपोर्ट कार्ड पेश नहीं कर रही है. तेजस्वी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने की बात को भी मुद्दा बनाया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य में गठबंधन है लेकिन फिर भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल पाया है.


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तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार बिहार विकास मिशन को भूल गई है. सरकार की 7 निश्चित कार्यक्रम में क्या हो रहा यह किसी को कुछ नहीं पता नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को ठगा जा रहा है. प्रदेश में रोजगार को लेकर चिंता है. सरकार ने अब तक जनता को किसी तरह का नया रोजगार मुहैया नहीं कराया है. यह सब सरकार के विफलताओं का पहचान है.


वहीं, आरजेडी के आरोप पत्र लाने के फैसले पर बीजेपी ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी नेता और मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि वो क्या आर्थिक पत्र लाएंगे, जिनके सुप्रीमो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज में शांति का माहौल कायम करने में कामयाब रहे हैं. एनडीए के शासनकाल में बिहार में बहुत काम हुए हैं.