रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का एक और दिन हंगामे के नाम रहा, प्रश्नकाल का एक और दिन यूं ही बर्बाद गया. सदन में विपक्ष ने सूबे में बड़ी संख्या में बाहरी लोगों के नियुक्ति का मुद्दा उठाया तो खूब हो हंगामा हुआ. अध्यक्ष के लाख कोशिश के बाद भी न तो विपक्ष शांत हुआ और न ही सत्ता पक्ष की तरफ से धैर्य दिखाया गया. सदन में शोर शराबा होता रहा इनसब के बीच नगर विकास मंत्री ने सदन में नेता प्रतिपक्ष पर खूब हमला बोला. 


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उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी क्या होता है नेता प्रतिपक्ष ने आज तक जानने का काम किया क्या ? हमारे नेता प्रतिपक्ष नगर विकास की सारी बातें जानते हैं. सब पता है तो उजागर क्यों नहीं करते हैं? क्या चक्कर है कमीशन खाना चाहते हैं क्या? नगर विकास मंत्री रहते ये आदमी एक पैसा का काम नहीं किया है? 


 



विपक्ष सदन में स्थानीय लोगों की नियुक्ति नहीं होने के सवाल पर सरकार को सदन में घरेने कई कोशिश की तो हो हंगामे के बीच अध्यक्ष ने सदन स्थगित किया. आधे घंटे बाद जब कार्यवाही शुरु हुई तो मामला वर्तमान नगर विकास मंत्री बनाम पूर्व नगर विकास मंत्री होता दिखा. नगर विकास मंत्री ने सदन के अंदर हेमन्त पर हमला बोला तो सदन के बाहर हेमन्त सोरेन ने नगर विकास मंत्री पर जमकर पलटवार करते हुए मैंनहर्ट के मामले पर सरकार को चुनौती दिया.


जिस सदन में जनता के सवाल गूंजने चाहिए, जिस लोकतंत्र के मंदिर में सूबे की समस्याओं के समाधान को लेकर बेचैनी होनी चाहिए वहां बात निजी हमले, शोर शराबा और तू तू मैं-मैं तक सिमट कर रह जा रहा है. उम्मीदों से अपने जनप्रतिनिधि को चुन के विधानसभा भेजने वाली जनता हर दिन ठगा सा महसूस कर रही है.


झारखंड विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने से पहले विपक्ष की तरफ से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कृषि मंत्री पर निशाना साधते हुए किसान के वेश में धान का बिचरा लेकर सदन पहुंचे और कहा, कल हल्की बारिश में कृषि मंत्री खुश हो गए जबकि किसानों के बीच बुआई नही होने से मातम है. किसान विरोधी सरकार बताते हुए कहा, जमकर हमला बोला.