9 माह से गाड़ी भाड़ा और महीनों से वेतन नहीं आ रहा, 12 कारण गिनाते हुए इस अधिकारी का इस्तीफा
अभी तक काम के तनाव से निजी क्षेत्र में लोगों के इस्तीफे की खबरें आती थीं, लेकिन अब बिहार सरकार में भी ऐसा देखने और सुनने को मिलने लगा है. समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड के प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी कुंदन ठाकुर ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया.
Samstipur News: अभी तक काम के तनाव से निजी क्षेत्र में लोगों के इस्तीफे की खबरें आती थीं, लेकिन अब बिहार सरकार में भी ऐसा देखने और सुनने को मिलने लगा है. समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड के प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी कुंदन ठाकुर ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया. जिला पंचायती राज अधिकारी को भेजे लिखित त्यागपत्र में कुंदन ठाकुर ने अपने इस्तीफे के 13 कारण गिनाए हैं. वैशाली जिले के जंदाहा के रहने वाले कुंदन ठाकुर 2022 में बीपीएससी पास करके इस पद पर चयनित हुए थे. उनकी पहली नियुक्ति पटोरी प्रखंड में ही हुई थी. इससे पहले वो भारतीय वायुसेना में कार्यरत थे.
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कुंदन ठाकुर ने इस्तीफे के ये कारण गिनाए
1. मैं शाहपुर पटोरी प्रखंड में पदस्थापित हूं और मोहनपुर प्रखंड के अतिरिक्त प्रभार में हूं.
2- विगत कुछ माह से समय पर वेतन भुगतान नहीं हो रहा
3. गाड़ी भाड़े का 9 महीने का लंबित भुगतान नहीं हो रहा
4. जिला पंचायती राज पदाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी नियम विरुद्ध आदेश दे रहे
5- अत्यधिक दबाव एवं कार्य का बोझ देकर समय पर काम नहीं होने देना
6. मात्र एक कर्मचारी द्वारा प्रखंड कार्यालय का काम निपटाना
7. बिना मेरे सहमति के प्रतिनियुक्ति करना
8. कार्यालय व्यय नहीं मिलना
9. कार्यालय का कंप्यूटर सिस्टम एक सप्ताह से खराब रहना
10. परिवादियों द्वारा उच्चाधिकारियों से मिलकर दबाब दिलवाना
11. जनप्रतिनिधियों द्वारा सहयोग नहीं करना
12. कार्यालय कर्मी और पंचायत सचिव द्वारा आदेश का बार बार अवहेलना करना
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कुंदन ठाकुर से संपर्क नहीं
बीपीआरओ कुंदन ठाकुर के इस्तीफे और उनकी ओर से लगाए गए आरोपों पर डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया, बीपीआरओ पटोरी के द्वारा एक त्यागपत्र जिला पंचायती राज पदाधिकारी को प्राप्त हुआ है. इस संबंध में उनसे संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. उनका मोबाइल बंद पाया जा रहा है. आवासीय पता पर भी वे सुलभ नहीं हैं. उनसे सम्पर्क के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
डीएम ने सभी पदाधिकारियों और कर्मियों से अपील की कि अगर उन्हें कार्यस्थल पर किसी भी तरह की कठिनाई हो तो सेवा शिकायत से संबंधित पोर्टल पर अपनी बात रखें. इस तरह से सोशल मीडिया पर अपनी समस्या को रखने से बचना चाहिए.
समस्तीपुर से संजीव नैपुरी की रिपोर्ट