Saran Violence: सारण हिंसा पर SIT ने चुनाव आयोग को सौंपी अपनी रिपोर्ट, छपरा में 4 दिन बाद इंटरनेट सेवा बहाल
Saran Violence Case: चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छपरा के एसपी गौरव मंगला का तबादला कर दिया है. चुनाव आयोग की ओर से अब मुजफ्फरपुर के रेल एसपी कुमार आशीष को छपरा का नया एसपी बनाया गया है. गौरव मंगल को तत्काल प्रभाव से पुलिस मुख्यालय पटना बुलाया गया है.
Saran Violence Case: सारण लोकसभा क्षेत्र में चुनाव बाद भड़की हिंसा मामले में SIT ने अपनी जांच रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंप दी गई है. बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि एसआईटी की रिपोर्ट मिल चुकी है. अभी इसका अध्ययन किया जा रहा है. एसआईटी की रिपोर्ट के बाद चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छपरा के एसपी गौरव मंगला का तबादला कर दिया है. चुनाव आयोग की ओर से अब मुजफ्फरपुर के रेल एसपी कुमार आशीष को छपरा का नया एसपी बनाया गया है. गौरव मंगल को तत्काल प्रभाव से पुलिस मुख्यालय पटना बुलाया गया है. बता दें कि आयुक्त और डीआईजी ने इस मामले की अपनी स्तर से जांच की थी.
दूसरी ओर छपरा में हुई चुनावी हिंसा के 4 दिन बाद इंटरनेट सेवा शुरू कर दी गई है. इतने दिनों तक इंटरनेट सेवा बंद रहने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन अपनी कमियां को छुपाने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर देता है. चार दिनों बाद इंटरनेट सेवा बहाल होने से लोगों को काफी राहत मिली है. लोगों का कहना है कि नौकरी और व्यापार से लेकर छात्रों की पढ़ाई, सबकुछ इंटरनेट बंद होने से ठप्प हो गई थी.
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बता दें कि छपरा में 5वें चरण यानी कि 20 मई को मतदान के दौरान सारण के बूथ संख्या 318 और 319 पर बीजेपी और राजद में तनाव हो गया था. वोटिंग के अगले दिन नगर थाना क्षेत्र के भिखारी ठाकुर चौक के पास गुटों के बीच विवाद शुरू हो गया. बात इतनी बढ़ गई कि गोलीबारी शुरू हो गई. इसमें तीन लोगों को गोली लगी, जिसमें एक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए थे. सारण लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी और लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के एक पोलिंग बूथ पर बार-बार जाने से यह विवाद उठा था. दोनों पक्षों की ओर से पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. हालात तो देखते हुए इंटरनेट भी बैन किया गया था.