पटना : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से बागी तेवर अपना चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने कोलकाता में आयोजित ममता बनर्जी की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा एकमात्र एजेंडा है परिवर्तन, परिवर्तन और परिवर्तन. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं यहां संविधान बचाने और नई सरकार बनाने के लिए आया हूं. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोग मुझे पूछते हैं, 'आप अगर बीजेपी के खिलाफ बोलते हो तो आप पार्टी में क्यों हो? मैं उन्हें कहता हूं कि अगर सच कहना बगावत है, तो हां मैं बागी हूं.'


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उन्होंने कहा कि मैं अभी भी बीजेपी का हिस्सा हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी से बड़ा व्यक्ति नहीं होता और देश से बड़ी पार्टी नहीं होती है. 



बिहारी बाबू के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वाजपेयी जी की सरकार और पीएम मोदी की सरकार में अंतर यह है कि आज के दौर में तानाशाही है. उन्होंने नोटबंदी को तानाशाही करार दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि यह पार्टी का निर्णय नहीं था. मुरली मनोहर जोशी, लाल कृष्ण आडवाणी, अरुण शौरी और मुझे इस निर्णय के बारे में नहीं पता था. साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी के तुरंत बाद जीएसटी मानो 'नीम पर करेला' हो गया.


अपने संबोधन के दौरान उन्होंने राहुल गांधी की भी तारीफ की. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने के एक साल के भीतर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने तीन राज्यों में जीत दर्ज की है.


शत्रुघ्न सिन्हा इस दौरान अपनी ही सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि प्रॉमिस और परफॉर्मेंश में अंतर होता है. मुद्दों से हमारा ध्यान भटकाने के लिए चुनाव नजदीक आते ही अयोध्या की तरफ ले जाने की कोशिश होगी. इस दौरान उन्होंने तेजस्वी यादव और अरविंद केजरीवाल की भी तारीफ की.