Bihar Land Survey Update: बिहार में जारी जमीन सर्वे को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, सीवान के 3 जिलों में जमीन सर्वे नहीं किया जाएगा. इसके पीछे 1919 में हुई एक गलती को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, 1919 में हुए जमीन सर्वे के दौरान कुछ कारणों से आदमपुर, कौसड़ और बसंतपुर में सर्वे का कार्य नहीं हुआ था. उस समय जब सर्वे का काम नहीं हुआ था तो इन तीन गांवों का खतियान भी नहीं है. ऐसे में इस बार फिर सर्वे करने में दिक्कत आ रही है. ऐसे में प्रशासन ने इन तीन गांवों में सर्वे का काम बाद में कराने का निर्णय लिया है. रघुनाथपुर क्षेत्र के शिविर प्रभारी व विशेष सर्वे सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि उन्हें सिर्फ यही जानकारी है कि इन तीन गांवों का सर्वे फिलहाल नहीं होना है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं जमीन सर्वे को लेकर लोगों को कई तरह की दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अभाव में कई जगहों पर लोग इस सर्वे का विरोध भी कर रहे हैं. वहीं कई जगहों पर सर्वे के नाम भ्रष्टाचार भी हो रहा है. हाल ही में सीवान जिले के महराजगंज अनुमंडल के भूमि सुधार उपसमाहर्ता (DCLR) और उनके क्लर्क को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. विशेष निगरानी इकाई ने दोनों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. अधिकारी और उनके क्लर्क ने एक जमीन विवाद के निपटारे के एवज में घूस मांग थी. पीड़ित ने इसकी शिकायत विशेष निगरानी इकाई में कर दी थी. 


ये भी पढ़ें- नीतीश कुमार यथार्थवादी व्यक्ति, शराबबंदी में हो रही अनियमितताओं पर सोचें: मांझी


भ्रष्ट  अफसर महाराजगंज के डीसीएलआर राम रंजन सिंह हैं, जबकि उनके साथ लिपिक संतोष कुमार को भी गिरफ्तार किया गया था. जानकारी के मुताबिक, आरोपी अधिकारियों ने परिवादी को धमकी दी थी कि अगर वो डिमांड की रकम नहीं देते हैं, तो जिस जमीन को अंचलाधिकारी ने उसके नाम पर किया है, उसका मालिकाना हक दूसरी पार्टी को दे दिया जाएगा, जिससे विवाद चल रहा है. 

 


बिहार-झारखंड की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Bihar-Jharkhand News in Hindi और पाएं Bihar-Jharkhand latest news in hindi हर पल की जानकारी. बिहार-झारखंड की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!