सुपौलः Supaul News: बिहार के सुपौल के राघोपुर थाना क्षेत्र के सिमराही में एक निजी नर्सिंग होम की कारिस्तानी से एक पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है. जिसके बाद परिजनों ने खूब हंगामा किया है. घटना के बाद नर्सिंग होम के डॉक्टर सहित तमाम कर्मी फरार हो गए हैं. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.


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पांच साल की बच्ची के गले में फंस गया था सिक्का
दरअसल दो दिन पहले बेरिया कमाल लालपुर निवासी नौशाद आलम की पांच वर्षीय बच्ची फायजा परवीन के गले में सिक्का फंस गया. जिसके बाद कल देर संध्या उसे सिमराही स्थित साई नर्सिंग होम में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. 


फंसे सिक्का को निकालने के लिए डॉक्टर ने की दस हजार की डिमांड
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने बच्ची के गले में फंसे सिक्का को निकालने के लिए दस हजार की डिमांड की. जिसके बाद परिजनों ने नौ हजार रुपये पेमेंट भी कर दी. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने क्लीनिक का गेट बंद कर बच्ची के गले का ऑपरेशन कर सिक्का निकाल दिया. जिसके बाद बच्ची की मौत हो गई. जब दो तीन घंटे बाद परिजनों ने डॉक्टर से संपर्क किया तो बताया गया कि बच्ची कमजोर है, उसे बाहर रेफर करना पड़ेगा और डॉक्टर द्वारा फौरन एंबुलेंस भी मंगा लिया गया. 


क्लीनिक छोड़कर डॉक्टर और कर्मी फरार
इस बीच परिजन को संदेह हुआ तो बच्ची को देखने की जिद करने लगे. जिसके बाद काफी जद्दोजहद से परिजन बच्ची को देखने क्लीनिक के अंदर घुसे तो देखा की बच्ची की मौत हो चुकी है. इसके बाद देर रात क्लीनिक छोड़कर डॉक्टर और कर्मी भाग निकले. जिसके बाद परिजनों ने खूब हंगामा किया और पुलिस को भी सूचना दी. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. घटना के बाद परिजनों में कोहराम गया है.
इनपुट- सुभाष चंद्रा, सुपौल


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