Sushant के भाई नीरज सिंह बबलू बिहार कैबिनेट में शामिल, कुछ ऐसा रहा है राजनीतिक करियर
नीरज सिंह बबलू पहले नीतीश महकमे के नेता माने जाते थे, लेकिन 2015 विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू (JDU) के 8 बागी विधायकों के साथ बीजेपी की ओर कूच कर गए थे.
Patna: बिहार में कैबिनेट विस्तार (Bihar Cabinet expansion) की अटकलों पर आखिरकार ब्रेक लग गया है. एक ओर जहां JDU ने फिर से पुराने चेहरों पर दम भरा है, वहीं BJP ने कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल होने का मौका दिया है, जो संभवतः योग्य चेहरे हैं. उन्हीं चेहरों में से एक हैं BJP के छातापुर विधायक नीरज सिंह बबलू जिन्होंने आज मंत्री पद की शपथ ली है.
नीरज सिंह बबलू छातापुर से विधायक हैं और विधायकी में यह उनका चौथा टर्म है. नीरज सिंह बबलू कुछ दिनों पहले तक काफी सुर्खियों में रहे थे. दरअसल, छातापुर विधायक नीरज सिंह बबलू दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के चचेरे भाई हैं. सुशांत की आत्महत्या के बाद नीरज सिंह बबलू ने लगातार हत्या के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच (CBI probe into Sushant case) की मांग की.
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नीरज सिंह बबलू (NIraj Singh Bablu) सुपौल के छातापुर से विधायक हैं जो सीमांकन से पहले राघोपुर के रूप में जाना जाता था. हालांकि, नीरज सिंह बबलू पहले नीतीश महकमे के नेता माने जाते थे, लेकिन 2015 विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू (JDU) के 8 बागी विधायकों के साथ बीजेपी की ओर कूच कर गए थे.
हालांकि, बिहार विधानसभा चुनाव 2021 (Bihar Vidhansabha election 2021) के परिणाम आने के बाद से ही नीरज सिंह बबलू के मंत्रिमंडल में शामिल होने के दावे को पहले से ही पुख्ता माना जा रहा था. 2020 में एक बार फिर से BJP के टिकट पर छातापुर से चुनावी मैदान में उतरे और RJD के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 20,000 से भी अधिक के अंतर से हराया. इस जीत के साथ ही उनके मंत्री बनने की योग्यता पर बात होने लगी थी और बस बीजेपी आलाकमान की तरफ से आधिकारिक मुहर की देरी रह गई थी.
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बीजेपी कोटे से मंत्री नीरज कुमार बबलू (NIraj Singh Bablu) का राजनीतिक सफर दिलचस्प रहा है. उनकी राजनीति में एंट्री सामाजिक आंदोलन में उनके अहम रोल की वजह से हुई. सामाजिक आंदोलन में नीरज कुमार बबलू जेल जाने वाले चंद नेताओं में शामिल थे. 1988 से पहली बार सक्रिया राजनीति में शामिल हुए. 2005 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद नीरज कुमार बबलू लगातार विजयी रहे और चार बार विधायक बने.
चुनाव में चुनाव आयोग को दिए गए दस्तावेजों के मुताबिक नीरज कुमार बबलू की कमाई खूब बढ़ी. नीरज कुमार बबलू फिलहाल 14 करोड से ऊपर की संपत्ति के मालिक हैं. साल 2005 में जहां उनकी संपत्ति 32 लाख रुपए के आसपास थी, वहीं 10 साल बाद 2015 में यह 990 फीसदी से भी ज्यादा बढ़कर 14 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है.
हालांकि, नीरज सिंह बबलू ग्रेजुएट हैं और पढ़े-लिखे नेता माने जाते हैं, लेकिन उनपर तीन आपराधिक मामले चल रहे हैं.