पटनाः राजधानी पटना स्थित सरकारी बंगले को छोड़ने के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने तंज कसा था. और सरकारी बंगले की साज-सज्जा में काफी पैसे खर्च करने का आरोप लगाया था. वहीं, तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर पलटवार किया है.


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तेजस्वी यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्होंने सरकारी बंगला छोड़ दिया है. साथ ही बंगले में जितने भी सरकारी सामान हैं उनमें किसी को भी अपने साथ नहीं ले गए. लेकिन सुशील मोदी जो विपक्ष नेता के तौर पर कुछ समय पहले नीतीश कुमार के बंगले की कमरे गिनते थे. और कहते थे कि कितनी एसी लगी है. अब वह सरकार में आने के बाद मुझपर आरोप लगा रहे हैं.


तेजस्वी यादव ने बीजेपी नेता सुशील मोदी को बंगले पर किये गए खर्च से जुड़ा ब्यौरा सार्वजनिक करने की चुनौती दी. 


यादव ने कहा कि वह सुशील मोदी को चुनौती देते हैं कि आरटीआई दायर कर वह सूचना हासिल कर सकते हैं कि कि राबड़ी देवी और लालू प्रसाद के आवास से जाने के बाद मुख्यमंत्री निवास का दायरा कितना बढ़ा दिया गया. आसपास के कितने बंगले को मुख्यमंत्री आवास में मिला दिया गया और खाली जगह पर कितने नए बंगले का निर्माण हुआ उसकी भी जानकारी साझा करनी चाहिए.


उन्होंने सुशील मोदी पर आरोप लगाया कि उनके भाई बड़े बिल्डर है. उनका सारा पैसा अपने भाई के बिल्डर कारोबार में लगा दिया है. उन्होंने आरोप लागाया कि सृजन घोटाला का सारा पैसा फ्लैट खरीदने में लगा दिया गया है.


आपको बता दें कि हाल ही में तेजस्वी यादव ने 5 देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी आवास को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खाली कर दिया है. जिसे वह खाली नहीं करना चाहते थे. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी लेकिन उन्हें बंगला खाली करने का आदेश दिया गया.


वहीं, बंगला खाली करने के बाद सुशील मोदी जब बंगले में पहुंचे तो उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने बंगले में सरकारी पैसे को बेवजह खर्च किया है. उन्होंने कहा इसमें करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं जिसे मैं मेंनटेन नहीं कर सकता हूं. उन्होंने यहां तक कहा कि यह बंगला सीएम, पीएम और राष्ट्रपति के घर से भी काफी अच्छा है.