पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक बार आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ' लालू प्रसाद 1000 करोड़ के चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता हैं. वे अब मुखिया का भी चुनाव नहीं लड़ सकते. मामले की सुनवाई 27 नवंबर तक टलने के साथ जैसे 9 नवंबर को उनके जमानत पर छूटने के दावे की हवा निकल गई, वैसे ही महागठबंधन के सत्ता में आने और एक झटके में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने के हवा-हवाई दावे भी झूठे साबित होंगे.'


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सुशील मोदी ने कहा, 'लालू प्रसाद यादव की जमानत से संबंधित कानूनी प्रक्रिया को आरजेडी ऐसे प्रचारित करता है, जैसे उनके 'आजीवन अध्यक्ष' घोटाला के सभी मामलों से बेदाग बरी होकर जेल से छूटने वाले हैं.'


बीजेपी नेता ने तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा, 'आरजेडी ने जिस तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया, उनका रेलवे के दो होटलों के बदले पटना की कीमती जमीन लिखवाने के मामले में जेल जाना तय है. तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी होटल के बदले जमीन लेने के घोटाले में अभियुक्त हैं. कोरोना संक्रमण के चलते ट्रायल स्थगित न होता तो अब तक तेजस्वी यादव अपने पिता की तरह जेल में होते.'


सुशील मोदी ने कहा कि  2020 का विधानसभा चुनाव बिहार को 'आदती घोटालेबाजों' की परिवारवादी राजनीति से मुक्ति दिला सकता है. बता दें कि शनिवार को बिहार में तीसरे और अंतिम चरण के लिए वोटिंग होनी है. इसके बाद 10 नवबंर को सभी 243 सीटों पर मतगणना होगी.