तेजप्रताप ने RJD के सीनियर नेता पर लगाया आरोप, कहा- युवाओं की नहीं सुनते
तेजप्रताप ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू परिवार में मतभेद की कोई भी बात सही नहीं है. उन्होंने कहा कि ना तो मैं अपने छोटे भाई तेजस्वी के खिलाफ हूं और ना ही अपने पिता लालू प्रसाद यादव के.
पटना : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने एकबार फिर अपनी हा पार्टी के नेताओं पर हमला बोला है. तेजप्रताप यादव ने कहा कि तेजस्वी और लालू प्रसाद यादव से उनका कोई मतभेद नहीं है, लेकिन पार्टी के कुछ सीनियर नेता युवा कार्यकर्ताओं की अवहेलना कर रहे हैं. तेजप्रताप ने सीधे तौर पर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पुर्वे पर कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया.
तेजप्रताप ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू परिवार में मतभेद की कोई भी बात सही नहीं है. उन्होंने कहा कि ना तो मैं अपने छोटे भाई तेजस्वी के खिलाफ हूं और ना ही अपने पिता लालू प्रसाद यादव के. तेजप्रताप यादव ने कहा कि तेजस्वी मेरी अर्जुन है और उसे मैं राजगद्दी पर बैठाकर ही दम लूंगा.
ज्ञात हो कि तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि पार्टी के ही कुछ लोग पार्टी में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं, वे भाई से भाई को लड़वाने की कोशिश कर रहे हैं. तेजप्रताप ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'पार्टी में कुछ असामाजिक तत्व आ गए हैं, जो पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. लोग तेजस्वी और हमारे परिवार के लोगों का नाम इस्तेमाल कर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.'
उन्होंने असहज होते हुए कहा, 'पार्टी के लोग मेरी भी बात नहीं सुनना चाहते. भाई से भाई को लड़वाने की कोशिश कर रहे हैं. मगर किसी भी कीमत पर पार्टी को तोड़ने नहीं दिया जाएगा.'
इसके पहले राजद नेता और भगवान कृष्ण के भक्त तेजप्रताप ने एक ट्वीट के जरिए जहां खुद के द्वारका जाने की बात कही वहीं इशारों ही इशारों में तेजस्वी को सबकुछ सौंप देने की भी बात कही. इस दौरान उन्होंने हालांकि कुछ 'चुगलों' (आलोचकों) की भी बात लिखी है.
तेजप्रताप ने ट्वीट किया, 'मेरा सोचना है कि मैं अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठाऊं और खुद द्वारका चला जाऊं. अब कुछेक 'चुगलों' को कष्ट है कि कहीं मैं किंग मेकर न कहलाऊं . राधे राधे.'