पटना: बिहार में कोरोना रोकथाम को लेकर सरकारी प्रयासों को असफल बताते हुए मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने सरकार पर हमला किया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार के हॉस्पिटलों की स्थिति बद से बदतर हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के दौरे के बाद भी हॉस्पिटल की स्थिति जस की तस बनी हुई है. हॉस्पिटल की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ है


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उन्होंने एनएमसीएच की बदहाल स्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा कि राजधानी पटना में सरकार के नाक के नीचे जब हॉस्पिटल की यह स्थिति है तो दूर इलाके के अस्पतालों का अंदाजा लगाया जा सकता है. राज्य सरकार को बताना चाहिए कि स्वास्थ्य व्यवस्था इन्होंने चौपट क्यों कर दिया. 


मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पटना के एनएमसीएच में मरीजों के लाश पड़े रहते हैं. उसे कोई उठाने वाला तक नहीं है.हॉस्पिटलों की इसको व्यवस्था के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है जिन्होंने सारी व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है.


उन्होंने कहा कि जेडीयू-बीजेपी के पास पिछले 15 वर्षों के अपनी उपलब्धि कुछ बताने को है नहीं. जेडीयू के लोग भी लालू सरकार को लेकर राग अलाप रहे हैं और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी यही राग अलाप रहे हैं. पिछले 15 वर्षों में एनडीए की नकारा सरकार ने बिहार का बंटाधार कर दिया है.


आरजेडी नेता ने कहा कि यह कह रहे हैं कि लालू सरकार ने अस्पताल नहीं बनवाया. खुद 15 वर्षों में क्या किया है यह बताएं. पिछले 15 वर्षों की इनकी कोई उपलब्धि नहीं है. बिहार को रसातल में पहुंचा दिया है.


एनडीए की सरकार ने सत्ता की मलाई तो खूब खाई लेकिन चुनौती देता हूं कि कोई पांच काम गिना दें. उन्होंने कहा कि लालू सरकार ने गरीबों के हक की लड़ाई लड़ी और उनको उनका अधिकार दिलाया. उसका एक चौथाई काम भी एनडीए सरकार ने नहीं किया और अब सिर्फ पुराना राग अलाप कर अपनी नाकामी छिपा रही है.


आगे मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि एनडीए सरकार में हिम्मत है तो लालू प्रसाद का कैसेट बजाना बंद करके अपनी उपलब्धि पर चुनाव लड़ ले. जनता इनको सबक सिखा देगी.