पटना: बिहार में महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सीटों के बंटवारे नहीं होने पर आरजेडी (RJD) के वरीय नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwary) ने कहा कि अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. यह मान के चला जा रहा था कि लेफ्ट हमारे साथ है, लेकिन माले ने अपनी सीटों की घोषणा कर दी. फैसला जो भी लेना है उसे टालना अच्छा नहीं होता है. कांग्रेस, मुकेश साहनी और आरजेडी को जल्द से जल्द गठबंधन को अंतिम रूप दे देना चाहिए.


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महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं होने पर जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि महागठबंधन अब बचा ही नहीं है. जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन को अलविदा कहा उसी समय उसका लोप हो गया. जो बंधन था वह भी आरजेडी के सहयोगियों ने तोड़ दिया. अब गांठे बची हैं और उसको गिनने का वक्त बचा है. 


उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को सोचना चाहिए. अब बचे हुए दो दल हैं. वीआईपी पार्टी को गंभीरता से लिया जाए तो 3 हो जाएंगे. वैसी स्थिति में उस दल का भी यानी कांग्रेस का जाना तय लग रहा है. वैकल्पिक मोर्चे की तलाश में कांग्रेस की ओर से कोशिश जारी है.


वही, बीजेपी के वरीय नेता नवल यादव ने कहा कि अब महागठबंधन नहीं रहा, क्योंकि सभी साथी इसके भाग गए. अब यह गठबंधन नहीं बल्कि लठबंधन है. यह लालची लोगों की जमात है. पांच लालची एक जगह नहीं रह सकते हैं इसलिए अलग-अलग हो गए. यह अपनी दुकानदारी चलाते हैं और दुकानदारी चलाते रहेंगे.


इस मामले पर कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि महागठबंधन में एकजुटता मजबूती के साथ बरकरार है. आरजेडी और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व बात को आगे बढ़ा रहे हैं. अतिशीघ्र सुखद संवाद मिलेगा कि कितनी सीटों पर कौन-कौन से दल लड़ रहे हैं.