Motihari: वाल्मीकिनगर टाईगर रिजर्व से भटक कर एक बाघ मोतिहारी के पकड़ीदयाल पहुंच गया. अपने 150 किलोमीटर के सफर में बाघ कहीं और तो नहीं दिखा लेकिन पकड़ीदयाल के एक मक्के की खेत में उसे देख कर ग्रामीणों ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को सूचना दी.
 
इसके बाद पकड़ीदयाल में बाघ को पकड़ने के लिए मुजफ्फरपुर, बेतिया और मोतिहारी के फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम पहुंची और संयुक्त रूप से अभियान चला रही है. पूरे दिन वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ने का प्रयास करती रही. बाघ एक मक्के की खेत मे छिपा हुआ है. इस बीच भारी बारिश की वजह से बाघ को पकड़ना मुश्किल हो रहा है. 
 
इधर बाघ को सकुशल पकड़ने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन का खुद मोतिहारी के डीएम नेतृत्व कर रहे हैं. आपको बता दें कि सुबह-सुबह ग्रामीणों ने नगर पंचायत भवन के सामने एक मक्के के खेत में जंगली जानवर को देखा था.  बाघ को देखते ही लोगों में भगदड़ मच गई.


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इसके बाद ग्रामीणों ने आवाज लगाकर बाघ को भगाना चाहा   लेकिन खेत के पास लंबी झारियों में बाघ छिप गया. झारियों के पास में मौजूद एक कुत्ते पर दहाड़ते हुए बाघ उसकी ओर दौड़ा. इसके बाद लोगों ने बाघ को खदेड़ना शुरु कर दिया इलाके मे बाघ दिखने के बाद लोगों में दहशत और कौतूहल का माहौल है. देखते ही देखते आस-पास के कई गांवों के लोग बाघ देखने के लिए इलाके मे सुबह से ही जमे हुए हैं.
 
वहीं, वाल्मीकि नगर से स्पेशल रेसक्यू भान वन विभाग की टीम के साथ पहुंच कर इलाके मे कैम्प कर रही है। ग्रामीणों की भीड़ भी रेसक्यू अभियान मे समस्या बनी हुयी है. जानकारी मिली की बाघ को चार ट्रेनक्यूलाइजर गण शॉट मारी मारी गयी, जिसमें दो के टाइगर को लगने की बात कही गयी लेकिन बाद मे मालूम चला टाइगर को कोई शॉट नहीं लगा है.