पटना: केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा आगामी लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं. 20-20 फॉर्मूले में आरएलएसपी के खाते में 2 सीट जा रही है. हालांकि इस फॉर्मूले की आधिकारिक घोषणा किसी ने नहीं की है. शुक्रवार को कुश्वाहा ने कहा कि एनडीए में ही कुछ लोग ऐसे हैं, जो नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते हैं. उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी को 2019 में फिर से प्रधानमंत्री बनाना है.


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'पैगाम-ए-खीर' कार्यक्रम चलाएंगे कुश्वाहा
कुशवाहा ने 'पैगाम-ए-खीर' कार्यक्रम चलाने की भी घोषणा की. पटना में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुशवाहा ने कहा कि आरएलएसपी अगले एक महीने तक अति पिछड़ा अधिकार सम्मेलन करेगी. इस कार्यक्रम के जरिए हमलोग पिछड़ों के हक की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी 25 सितंबर से पटना से 'पैगाम-ए- खीर' कार्यक्रम भी चलाएगी. कुशवाहा ने आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि आरक्षण से किसी वर्ग को नुकसान नहीं होता है. उन्होंने कहा कि आजकल जब अधिकार की बात की जाती है तब एक विरोधी खेमा खड़ा हो जाता है, जो गलत है. उन्होंने कहा कि अगर आरक्षण से किसी को नुकसान होता तो दक्षिण के राज्यों में सबसे ज्यादा आरक्षण है और ये राज्य ही सबसे ज्यादा विकसित हैं. 


 


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उन्होंने कहा, "आरक्षण को लेकर लोगों में गलत धारणा बनी है. बिहार के लोग विकास चाहते हैं, इसलिए गलतफहमी दूर करने की जरूरत है." एनडीए में किसी प्रकार के सीटों के बंटवारे की सूचना को गलत बताते हुए आरएलएसपी नेता ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में कहीं कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने एकबार फिर दोहराया कि सीट बंटवारे को लेकर कहीं कोई विवाद भी नहीं है.