पटना:  बिहार के लोग बाढ़ और बारिश के आगे बेबस नजर आ रहे है. कहीं जल जमाव तो कहीं डेंगू, चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. लेकिन इन सबके बीच प्रशासन के साफ- सफाई और काम के दावों की पोल पानी खोल दे रहा है. 


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बाढ़ और बारिश की स्थिति को लेकर आरोप- प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरु हो गया है. इसको लेकर बिहार के कटिहार में बाढ़ अनुश्रवण समिति की बैठक में जमकर हंगामा हुआ. बैठक में मनिहारी प्रखण्ड के बीडीओ (BDO) और सीओ (CO) आमने- सामने आ गए.


दरअसल पानी के जलजमाव को लेकर पहले तो सियासी पार्टिया ही तू-तू मैं-मैं कर रही थी. लेकिन अब तो अधिकारियों ने भी एक- दूसरे पर आरोप मढ़ना शुरू कर दिया. आपदा प्रंबंधन को लेकर सीओ और बीडीओ के बीच जमकर बहस हुई.


इस बैठक में 14 पंचायत जनप्रतिनिधि पहुंचे थे. जनप्रतिनिधियों को ही प्रबंधन का सारा कार्यभार दिया गया था. मनिहारी प्रखण्ड में बाढ़ अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गई थी. इसमें जलजमाव के प्रभार लेने को लेकर बीडीओ छाया कुमारी और सीओ संजीव कुमार आपस में भिड़ गए. 


बाढ़ से 14 पंचायत के प्रखंड प्रभावित हुए .बाढ़ से मनिहारी अनुमंडल के गांव से लेकर खेत खलिहान तक डूब गए है. इलाके में दवाई से लेकर पीने के पानी तक के लाले पड़े है. इस बहस पर पंचायत के प्रतिनिधियों का कहना है कि कटिहार का प्रशासन राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहा है.


दूसरी तरफ बाढ़ से प्रभावित लोगों का कहना है कि घर पानी में डूबा हुआ, खाने को कुछ नही है और प्रशासन ने रहने की व्यवस्था तक नहीं की है. कटिहार में लोग घरों में कैद होने को मजूबर हो गए थे. उत्तर से दक्षिण तक और पूरब से पश्चिम तक हर जगह पानी ही पानी था. सड़कों और घरों में पानी घुसा तो लोगों में गुस्सा था. इसी गुस्से को लेकर कटिहार में सैकड़ो बाढ़ पीड़ित सड़कों पर उतरे थे. 


ANUPAMA KUMARI, News desk